मेडिकल में जूडा हड़ताल : मरीज हुए परेशान कोलकाता की घटना को लेकर जताया विरोध
जबलपुर यश भारत।
पश्चिम बंगाल की कोलकाता मेडिकल अस्पताल में लेडी जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद पूरे देश में जूनियर डॉक्टरों में आक्रोश व्याप्त है विभिन्न शहरों में डॉक्टर का विरोध प्रदर्शन जारी है इसी के तहत नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल अस्पताल की जूनियर डॉक्टरों ने भी आज सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया और हड़ताल पर चले गए विरोध कर रहे जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि सरकार ने अभी तक डॉक्टर की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम नहीं उठा और यही वजह है की डॉक्टर में आक्रोश व्याप्त है सरकार सुरक्षा को लेकर पुख्ता कम नहीं उठाएगी तो आगे भी हड़ताल जारी रहेगी फिलहाल इमरजेंसी सेवाएं को छोड़कर सभी पर जूनियर डॉक्टरों ने काम करना बंद कर दिया है लेकिन उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो वह आने वाले समय पर इमरजेंसी सेवाएं बंद कर देंगे इधर जूनियर डॉक्टर की हड़ताल की वजह से सुबह मेडिकल अस्पताल पहुंचने वाली मरीज को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा दरअसल ओपीडी सेवाओं में डॉक्टर ने किनारा कर लिया जिसकी वजह से मरीज परेशान होते देखे गए।
अब सभी वैकल्पिक सेवाएं तुरंत बंद करने का फैसला
डॉ चंद्र बाबू रजक, जूडा अध्यक्ष जबलपुर, उपाध्यक्ष मध्य प्रदेश सेंट्रल बोले- अब से हमने सभी वैकल्पिक सेवाओं (ओपीडी, वैकल्पिक ओटी, वार्ड ड्यूटी और लैब सेवाएं) को तुरंत बंद करने का फैसला किया है। आपातकालीन सेवाएं हमेशा की तरह चालू रहेंगी। हालांकि, अगर हमारी मांगें पूरी नहीं की गई।
मध्यप्रदेश आई एम ए के आवाहन पर 17 तारीख को होगा विरोध प्रदर्शन
इधर आईं एम ए ने शांतिपूर्ण ढंग से अत्याचार का विरोध करते हुए कलकत्ता के चिकित्सा छात्रों पर पुलिस की मौजूदगी मैं गुंडों द्वारा किए आक्रमण का विरोध का आवाहन किया है । केंद्रीय आई एम ए बैनर तले 17 अगस्त को संपूर्ण मध्य प्रदेश मैं सुबह 06 बजे से अगले दिन सुबह 600 बजे तक चिकित्सा सेवाएँ प्रदान ना कि जाएं। इस कार्य में सभी तरह के अस्पताल चाहे वो सरकारी हों या प्राइवेट एवं समस्त तरह की ओ पी डी अपनी सेवाएं नहीं देंगे