
जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल ईएनटी डाॅक्टरों ने 2 साल के बच्चे के गले में फंसे तार के टुकड़े निकालकर उसकी जान बचाईा। खेल-खेल में बच्चे ने सुई का धागा समझकर उसे निगल लिया था । तार का टुकड़ा खाने के बाद बच्चे को बुखार आया। बुखार के साथ खांसी भी हुई, जिसमें खून आया। मां को यह सब अजीब लगा और तुरंत उसे प्राथमिक उपचार के लिए पहंुची तो स्थानीय डाॅक्टर कुछ समझ नहीं आए और मेडिकल रिफर कर दिया। जहां एक्सरे करने पर गले में एक तार का टुकड़ा फंसा नजर आया। यह देखकर डॉक्टरों के होश उड़ गए। तार गले को अंदर से लगातार घायल कर रही थी, उसे तुरंत निकालना जरूरी था, नहीं तो बच्चे की मौत तक हो सकती थी।

जानकारी के अनुसार मझगंवा जबलपुर निवासी मोनिका गौंड अपनी दो साल के बच्चे जाहिर गौंड को लेकर नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल ईएनटी में पहंुचे जहां परिजनों ने डाॅक्टरों को बताया कि बच्चे ने खेल-खेल में तार का टुकड़ा निगल लिया है और इसकी वजह से उल्टी हुई जिसमें खून आया। ईएनटी के डाॅक्टरों ने बगैर देर किए हुए बच्चे का एक्सरा कराया जिसमें बीच गले में तार का टुकड़ा फंसा हुआ दिखा जिसके बाद सर्जरी कर बच्चे की गले से तार का टुकड़ा निकाला गया। बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य है। ईएनटी विभाग के डाॅक्टरों ने बताया कि 6 जुलाई को बच्चे को परिजन मेडिकल लेकर आए थे और 7 जुलाई को उसका इलाज कर गले में फंसे तार को निकाला गया।