जबर्दस्त धमाकों के साथ फिर से दहला कबाड़ का गोदाम: तड़के शुरू की गई कार्रवाई
एनएसजी की टीम ने करीब 150 बमों को किया नष्ट
स्थानीय लोगों को सुबह 4 बजे से हटा दिया गया था
जबलपुर,यशभारत। खजरी खिरिया स्थित शमीम के रजा मैटल कबाड़ के गोदाम में आज बुधवार तड़के करीब 4 बजे नेशनल सिक्योरिटी गार्ड की टीम, बीडीडीएस की टीम जबलपुर पुलिस के साथ पहुंची। जहां कबाड़ के गोदाम से मिले जीवित अवस्था के बमों को डिस्पोज करने का काम शुरू किया गया। जोर-दार धमाकों के साथ एक बार फिर से खजरी खिरिया का क्षेत्र दहल उठा लेकिन इस बार एनएसजी, बीडीडीएस की टीम द्वारा बमों को नष्ट किया जा रहा था। पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से पहले ही स्थानीय लोगों को वहां से कुछ घंटों के लिए हटा दिया था। बमों को नष्ट करने का सिलसिला बुधवार सुबह करीब 11 बजे तक चलता रहा। जब बमों को नष्ट कर दिया गया तो स्थानीय लोगों को वापस अपने घरों में आने की अनुमति दी गई। बमों को जब डिस्पोज किया जा रहा था तो आसमान में ऊंचा धुंआं उठने लगा था।
कुछ इस तरह से किया डिस्पोज
एसपी आदित्य प्रताप सिंह के अनुसार अभी तक करीब 150 बमों को नष्ट किया जा चुका है। जानकारी के अनुसार एनएसजी की टीम ने शमीम के कबाड़ के गोदाम में एक गहरा गड्ढा करवाया था जिसमें बमों के स्क्रैप और जिंदा बमों को भरा गया था जिसके ऊपर रेत की बोरियां पैक की गईं। इसके बाद विस्फोट का सिलसिला शुरू किया गया।
कबाड़ से बारूद क्यों निकालता था शमीम?
अभी तक की गई टीमों द्वारा जांच में ये तो स्पष्ट हो गया है कि मोहम्मद शमीम के कबाड़ गोदाम में कबाड़ से बारूद को पहले निकाला जाता था। लेकिन सवाल ये है कि ये बारूद शमीम क्यों एकत्रित करता था। ये पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।
ये टीमें लगीं हैं जांच में
जानकारी के अनुसार खजरी खिरिया स्थित कबाड़ के गोदाम में हुए भीषण विस्फोट की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड, आईबी, मिलिट्री और मध्यप्रदेश पुलिस, जबलपुर पुलिस कर रहीं हैं। सभी टीमें अपने-अपने स्तर पर घटना स्थल से साक्ष्य जुटाकर जांच आगे बढ़ा रहीं हैं।
आमला एयरफोर्स के ठेके होने भी बात भी आई सामने…
1 मई तक पुलिस रिमांड पर रहे आरोपी फहीम और सुल्तान अली से पुलिस ने सघन पूछताछ करके जानकारी जुटा ली है। बुधवार को अधारताल पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पूछताछ में शमीम के बेटे फहीम ने पुलिस को बताया है कि उसके नाम पर आयुध निर्माणी खमरिया की एलपीआर रेंज में गिरने वाले बमों , स्क्रैप को उठाने के साथ-साथ बैतूल के आमला एयरफोर्स से बमों के स्क्रैप खरीदने का ठेका भी है। ये जानकारी जबलपुर पुलिस ने एनएसजी की टीम को दी जिसके बाद अब एनएसजी की टीम ने आमला एयरफोर्स के अधिकारियों से संपर्क कर ये जानकारी मांगी है कि शमीम कबाड़ी ने वहां से कब और कितनी मात्रा में बमों के स्क्रैप खरीदे हैं। जानकारी के अनुसार शमीम के कबाड़ गोदाम से जो एनएसजी के बम निरोधक दस्ते को बम और उसके स्क्रैप मिले हैं उनका उपयोग सेना द्वारा हवाई हमले के लिए किया जाता है।
कबाड़ के कारोबार से जुटाई करोड़ों की संपत्ति
फहीम और सुल्तान की पुलिस रिमांड पर ये बात भी सामने निकलकर आई है कि हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद शमीम ने कबाड़ के कारोबार से करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली है। खास बात यह है कि शमीम ने अधिक संपत्तियां किसी और के नाम पर ले रखीं हैं।
मुख्य आरोपी की तलाश में जुटीं पुलिस कई टीमें
विगत 25 अप्रैल की दोपहर करीब 12.15 बजे हुए खजरी खिरिया स्थित शमीम के कबाड़ गोदाम में विस्फोट के बाद से मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगीं हुईं हैं। शमीम सिर्फ घटना स्थल के दिन सुबह कबाड़ गोदाम में देखा गया था उसके बाद से वह फरार है। इसी बीच आशंका व्यक्त की जा रही है कि कहीं शमीम पाकिस्तान तो नहीं भाग गया है। उधर यूपी में छिपे होने की खबर पर पुलिस नजर बनाए हुए है।
स्थानीय लोगों ने यशभारत को बताया
खजरी खिरिया स्थित शमीम के कबाड़ गोदाम के पास रहने वाले मुकेश कुमार सहित अन्य लोगों ने यशभारत को बताया कि कल रात को ही पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से हम सभी से कहा था कि आप लोग सुबह 4 बजे से लेकर करीब दोपहर 12 बजे तक यहां से कहीं और चले जाइए क्योंकि उन्हें कबाड़ गोदाम में अपनी कार्रवाई करनी है। बुधवार सुबह करीब साढे ग्यारह बजे हम लोगों को पुलिस द्वारा वापस अपने घर आने की अनुमति दी गई जिसके बाद हम लोग घर आए।
हादसे का शिकार हुए अन्य घायलों को इलाहाबाद ले जाने की खबर…
खजरी खिरिया में हुए विस्फोट को लेकर जहां एक ओर पुलिस ने दो मजदूरों की मौत की पुष्टि की है वहीं दूसरी ओर अभी भी हादसे में मृत और घायलों को लेकर एक रहस्य बना हुआ है। क्योंकि दबी जुबान से घटना स्थल के पास लोगों में चर्चा है कि हादसे में कई और लोग भी शिकार हुए हैं। क्योंेिक जो सीसी कैमरे की डीवीआर में देखा गया है कि शमीम घटना स्थल के दिन वहां पहुंचा था तो ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि हादसे में घायल अन्य लोगों को शमीम एक वाहन में बैठाकर प्रयागराज इलाहाबाद ले गया है। ये खबर खजरी खिरिया के पास रहने वाले कुछ लोगों के बीच में इन दिनों हो रही है। उधर पुलिस के लिए कई सवाल लेकर ये हादसा अभी भी खड़ा हुआ है।
वर्जन-
—खजरी खिरिया स्थित शमीम के गोदाम में अभी तक करीब 150 बमों को जप्त कर उन्हें डिस्पोज करने का काम किया जा रहा है। जांच में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के बम निरोधक दस्ते , बीडीडीएस टीम द्वारा प्रोटोकॉल को ध्यान में रखकर बम डिस्पोज की कार्रवाई की जा रही है। घटना स्थल के चप्पे-चप्पे पर नजर रखकर बमों को खंगाला जा रहा है।
–आदित्य प्रताप सिंह, एसपी।
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