जबलपुरमध्य प्रदेश
जबलपुर संभागायुक्त का मेडिकल अस्पताल का निरीक्षण: डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर शुरू की हड़ताल

जबलपुर, यशभारत। सुबह-सुबह संभागायुक्त अभय वर्मा ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डीन और अधीक्षक से चर्चा कर चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली। इधर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। संभागायुक्त और हड़ताली डॉक्टरों के बीच चर्चा होने की बात सामने आ रही है। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि मांगे पूरी होने के बाद ही हड़ताल वापस होगी।
डॉक्टरों की ये हैं मांगें…
- केंद्र, बिहार व अन्य राज्यों की तरह प्रदेश के डॉक्टर्स के लिए DACP योजना का प्रावधान।
- स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं ईएसआई की वर्षों से लंबित विभागीय विसंगतियां दूर हों।
- चिकित्सकीय विभागों में तकनीकी विषयों पर प्रशासनिक अधिकारियों का हस्तक्षेप दूर किया जाए।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत संविदा चिकित्सकों (MBBS) की MPPSC के माध्यम से की जाने वाली नियुक्ति / चयन प्रक्रिया में प्रतिशत परिधि को समाप्त कर संशोधन किया जाए।
- जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के ग्रेजुएशन के बाद ग्रामीण सेवा बॉन्ड राशि और ट्यूशन फीस जो कि देश में सर्वाधिक है, को कम किया जाए।
- विभाग में कार्यरत समस्त बंधपत्र डॉक्टरों का वेतन समकक्ष संविदा डॉक्टरों के समान किया जाए।
क्या है DACP
डीएसीपी के जरिए डॉक्टरों की समय-समय पर पदोन्नति होती है। वेतनवृद्धि और अच्छा करियर बनाने के लिए DACP में बेहतर अवसर मिलते हैं। ये पॉलिसी साल 2008 के बाद कई राज्यों में लागू हो चुकी है, जबकि, 14 साल के बाद भी मध्य प्रदेश में इसे लागू नहीं किया गया है। इससे डॉक्टरों में नाराजगी है।