जबलपुरदेशभोपालमध्य प्रदेशराज्य
जबलपुर कलेक्टर का राजस्व अधिकारी-पटवारियों के लिए नया आदेशः सुबह 10 से शाम 6 बजे तक कार्यस्थल पर नजर आए सभी

जबलपुर, यशभारत। कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने पटवारी और राजस्व अधिकारियों की मनमानी पर रोक लगाने के एक आदेश जारी किया है जिसके बाद हड़कंप मच गया है। दरअसल कलेक्टर ने कहा कि राजस्व अधिकारी और पटवारी प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कार्यस्थल पर ही मौजूद रहे हैं। साथ ही मुख्यालय छोड़कर जबलपुर और तहसील से आना-जाना किया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कलेक्टर ने सभी के रहने और रूकने की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है।
- कलेक्टर ने आदेश में क्या लिखा पढ़े यहां….
1 यह जानकारी प्राप्त हुई है कि कतिपय राजस्व अधिकारियों और पटवारियों द्वारा मुख्यालय पर निवास नहीं किया जाकर जबलपुर अथवा तहसील मुख्यालय से अपडाउन किया जा रहा है। इस प्रवृत्ति से राजस्व कार्यों के निष्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है और नागरिकों को राजस्व संबंधी कार्यों में दिक्क़त हो रही है।
2. जिले के समस्त पटवारी सहित समस्त राजस्व अधिकारियों को आदेशित किया जाता है कि वह तत्काल प्रभाव से मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से निवास करें. सक्षम अधिकारी से अनुमति प्राप्त किये कोई भी राजस्व अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे, अन्यथा स्थिति में वरिष्ठ अधिकारी अनुशासनात्मक कारवाई सुनिश्चित करेंगें।
3. समस्त तहसीलदार पटवारियों से मुख्यालय पर उनके निवास स्थान की जानकारी प्राप्त कर संधारित करें और मुख्यालय पर निवासरत न होने की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्यवाही करें.
4. समस्त पटवारी प्रत्येक कार्य दिवस में सुबह 10.00 बजे से सायं 6.00 बजे तक कार्य स्थल पर उपस्थिति सुनिश्चित करेंगें। सोमवार से शुक्रवार तक वह किस कार्य स्थल (ग्राम) में उपस्थित रहेगें, उसकी जानकारी निम्नलिखित सार्वजनिक करेगें ताकि नागरिकों को उनसे मिलने में दिक़्क़त न हो। तहसीलदार उक्त जानकारी संकलित कर दिनांक 28.01.2025 तक भू अभिलेख शाखा को उपलब्ध करायेंगे। - 5. तहसीलदार द्वारा तहसील मुख्यालय पर पटवारी बैठक के लिये स्पेसिफिक दिन नियत किया जाये ताकि तहसील में बैठक के लिये पटवारी को बार-बार कार्य क्षेत्र छोड़ने की नौबत न आये. एक माह में यथासंभव दो दिवस ही पटवारी बैठक के लिये नियत किये जायें। इसके अलावा राजस्व कार्यों की समीक्षा राजस्व निरीक्षक मण्डल मुख्यालय पर की जाये। विशेष परिस्थिति में वीडियो कान्फ्रेंस के ज़रिये बैठक की जाये।