सिग्नल की अव्यवस्थित टाइमिंग बनी सिरदर्द, करना पडता है इंतजार
कही तीस मिनट तो कही एक मिनट बढा रहा वाहन चालकों की खीझ

जबलपुर। शहर की सडकों पर वाहनों का रेला रोजाना ही दौडता है,लेकिन प्रमुख चौराहों पर लगे सिग्नल कि ना तो टाइमिंग व्यवस्थित है ना ही नहीं चौराहों का ट्रैफिक, एक चौराहे से निकले नहीं कि अगले चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल ग्रीन होने का इंतजार करना पड़ता है। ट्रैफिक पुलिस ने 20 नए चौराहों को सिग्नल लगाने के लिए चिन्हित किया है। अब तक एक कदम भी काम आगे नहीं बढ़ पाया। कई ऐसे चौराहों को सिग्नल लगाने के लिए चयनित किया है । कई ऐसे चौराहों पर सिग्नल लगाए गए हैं जो परेशानी बढ़ा रहे हैं। ब्लूम चौक से मालवीय चौक और नौदरा ब्रिज आदि मार्गों पर हर घंटे 8 से 10 हजार वाहन गुजरते हैं, तीन पत्ती, ट्रैफिक थाना और नौदरा ब्रिज में ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं जहां वाहन चालकों को, हर चौराहे पर लटकते हुए निकलना पड़ता है। इसी तरह रानीताल, बलदेव बाग और दमोह नाका को जोड़ने वाली सड़क पर भी सिग्नल की टाइमिंग नहीं मिल रही है।
गोहलपुर रद्दी चौकी के सिग्नल नहीं हुए व्यवस्थित गोहलपुर और रद्दी चौकी पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए तो गए हैं लेकिन अभी तक शुरू नहीं हो पाए, वहीं घमापुर चौक पर भी कमोबेश यही हाल है, इन स्थानों पर ट्रैफिक का अत्यधिक दबाव होने के बावजूद यातायात विभाग सिग्नल शुरू कराने में गंभीर दिखाई नहीं देता।
नहीं मिल रही टाइमिंग– शहर के कई स्थानों पर लगे ट्रेफिक सिगनल की टाइमिंग सही नहीं पाई गई कहीं 70 सेकंड है तो कहीं मात्र 30 सेकंड। ट्रैफिक सिग्नल के टाइमिंग सही ना होने के कारण भी वाहन चालकों को समस्याओं का सामना करनापड़ता है।