भोपाल में 30 हज़ार वेतन पाने वाला सब इंजीनियर निकला करोड़ों का आसामी , लोकायुक्त के छापे में आय से 232 प्रतिशत अधिक मिली प्रॉपर्टी

भोपाल, यशभारत। लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार सुबह पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में प्रभारी सहायक यंत्री (संविदा) के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की। उसके पास से अब तक आय से 232 प्रतिशत अधिक प्रॉपर्टी मिली है। अभी तक करीब 5 से 7 करोड़ की संपत्ति का पता लगा है। सहायक यंत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जानकारी लोकायुक्त टीम को मिली थी, जिस पर जांच के बाद यह कार्रवाई की गई। टीम ने आरोपित सहायक यंत्री हेमा मीणा भोपाल स्थित दो ठिकानों और रायसेन स्थित फार्महाउस पर एक साथ दबिश दी है। हेमा मीणा का वर्तमान में मासिक वेतन लगभग 30000 रुपये है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हेमा मीणा प्रभारी सहायक यंत्री (संविदा) मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन भोपाल के विरुद्ध वर्ष 2020 में आय से अधिक संपत्ति का अर्जन करने संबंधी शिकायत प्राप्त होने पर लोकायुक्त कार्यालय में जांच प्रकरण पंजीबद्ध कर पुलिस की विशेष स्थापना शाखा लोकायुक्त जांच प्रारंभ की गई थी। जांच में पाया गया कि हेमा मीणा द्वारा अपने पिता रामस्वरूप मीणा के नाम पर ग्राम बिलखिरिया भोपाल में 20000 वर्ग फीट भूमि क्रय कर उस पर लगभग एक करोड़ मूल्य का भवन निर्माण किया एवं भोपाल रायसेन एवं विदिशा में विभिन्न गांव में कृषि भूमि आदि क्रय की। साथ ही हेमा मीणा द्वारा हार्वेस्टर, धान बुवाई मशीन, ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि उपकरण क्रय किए।हेमा मीणा द्वारा संपत्तियों एवं अन्य मदों में किया गया व्यय उसे प्राप्त वैध आय से दो सौ बत्तीस प्रतिशत अधिक होना पाया गया, जिस कारण से हेमा मीणा के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम मैं वर्णित प्रावधानों के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया तथा विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम भोपाल से सर्च वारंट प्राप्त कर लोकायुक्त एसपी मनु व्यास के मार्गदर्शन में संजय शुक्ला उप पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त के निर्देशन में बिलखिरिया स्थित आवास सहित तीन स्थानों पर सर्चिंग कार्रवाई प्रारंभ की गई। खबर लिखे जाने तक सर्चिंग की कार्रवाई जारी थी।