शहपुरा में 14 एकड़ जमीन की धोखाधड़ी का पर्दाफाश, फर्जी दस्तावेजों से किया गया हेरफेर
14 एकड़ जमीन की धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया

शहपुरा में 14 एकड़ जमीन की धोखाधड़ी का पर्दाफाश, फर्जी दस्तावेजों से किया गया हेरफेर
14 एकड़ जमीन की धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया
जबलपुर, यश भारत। शहपुरा तहसील में 14 एकड़ जमीन की धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। तहसीलदार के अनुसार, यह मामला तब उजागर हुआ जब मुंबई में रहने वाले मकसूदन आचार्य ने कलेक्टर से शिकायत की। मकसूदन आचार्य और उनकी माता रेखा देवी के नाम पर यह जमीन दर्ज थी, लेकिन पिछले 15 वर्षों से वे जबलपुर नहीं आए थे। मकसूदन आचार्य की अनुपस्थिति का फायदा उठाते हुए उनके रिश्तेदार विजय गोटिया और उनके बेटे श्रेयस गोटिया ने जमीन को हड़पने की साजिश रची। उन्होंने मिलते-जुलते चेहरे वाले व्यक्ति को पटवारी के सामने खड़ा कर फर्जी पैन कार्ड की फोटो कॉपी का इस्तेमाल किया। चेहरा मिलान न होने पर भी गलत तरीके से दस्तावेज तैयार कर जमीन अपने नाम कर ली गई।
धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए फर्जी शपथ पत्र का भी उपयोग किया गया, जिसे नोटरी द्वारा प्रमाणित दिखाया गया था। जांच में पाया गया कि नोटरी की सील और हस्ताक्षर भी नकली थे।
8 फरवरी को शिकायत मिलने पर मकसूदन आचार्य स्वयं मुंबई से जबलपुर पहुंचे। कलेक्टर के निर्देश पर शहपुरा तहसीलदार ने मामले की जांच की। दस्तावेजों और सभी पक्षों के कथनों की गहन जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि यह धोखाधड़ी का मामला है। इसके बाद विजय गोटिया और उनके बेटे श्रेयस गोटिया के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी विजय गोटिया और उनका परिवार जबलपुर के रानीताल इलाके में निवास करता है। विवादित जमीन शहपुरा में स्थित 14 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है।