जबलपुरदेशभोपालमध्य प्रदेशराज्य

BHOPAL NEWS: ग्रीन कॉरिडोर तो बना पर नहीं पहुंच पाई एंबुलेंस, पुलिस की गाड़ी से भेजा ऑरगन

मध्य प्रदेश में एक बार फिर अंग दान यानी ऑर्गन डोनेशन की पहल हुई है. यहां मृतक के परिजनों ने अंगों का अन्य मरीजों के लिए उपयोग हो सके, इस बात को ध्यान में रखते हुए अंग डोनेट करने की इच्छा जताई.  हार्ट और लिवर ट्रांसप्लांट के लिए लिए गए हैं. हार्ट को एयर एंबुलेंस के माध्यम से जबलपुर से भोपाल एम्स भेजा गया. लेकिन एयरपोर्ट पर एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई. ऐसे में हार्ट को पुलिस की गाड़ी से एम्स भेंजा गया.दरअसल, मध्य प्रदेश के सागर निवासी बलिराम पटेल उम्र 61 वर्ष का 21 जनवरी का एक्सीडेंट हो गया था. जिन्हें उपचार के लिए जबलपुर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लाया गया था. यहां डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. इसके बाद परिजिनों ने अंग दान की इच्छा जताई. आज यानी गुरुवार को जबलपुर के मेडिकल कॉलेज परिसर में स्थापित सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से दो ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए.  एक एयर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर हार्ट को विमान से एम्स भोपाल भेजा गया.

एयर एम्बुलेंस से मृतक बलिराम पटेल के हार्ट को भोपाल एयरपोर्ट लाया गया. लेकिन किसी कारणवश एम्बुलेंस एयरपोर्ट नहीं पहुंच पाई. इसके बाद देर ना करते हुए पुलिस ने अपने वाहन में हार्ट को रखा और ग्रीन कॉरिडोर के जरिए भोपाल एयरपोर्ट से लेकर एम्स भोपाल के लिए गई.

पहला ऐसा ग्रीन कॉरिडोर

मृतक बलिराम कुशवाहा की किडनी फेल होने के चलते उसका इस्तेमाल नहीं किया गया. वहीं, हार्ट और लिवर ट्रांसप्लांट के लिए लिए गए हैं. हार्ट को भोपाल के एम्स भेज दिया गया है. वहीं, लिवर को इंदौर के चोइथराम हॉस्पिटल भेजा गया है. लिवर के लिए तिलवारा में हेलीपेड बनाया गया. हलीकॉप्टर के जरिए लिवर को भी इंदौर भेजा गया है.  मेडिकल में यह पहला ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है, जिसमें एक अंग को भोपाल और दूसरे को इंदौर भेजा गया है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WhatsApp Icon Join Youtube Channel