दिव्यांग बच्चों की बनाये गए दियों से जगमग होगी दीपावली
वंदन पुर्नवास एवं अनुसंधान संस्थान दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी

जबलपुर,यशभारत। अक्सर लोगों के मन मे दिव्यांग बच्चों को देखकर ख्याल आता है कि यह बच्चे आखिर कैसे हैं. क्योंकि ऐसे बच्चों का शरीर तो बड़ा हो जाता है, लेकिन दिमाग बच्चा ही रहता है. लेकिन यह बच्चे कोई मामूली बच्चे नहीं रहते हैं. अगर मन में कोई भी कार्य करने का फैसला कर लें, तो यह उसको करके ही दम लेते हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण इन दिनों जबलपुर में देखने को मिल रहा है. जहां दिव्यांग बच्चे कई घरों में रोशनी फैलाने का काम करते हुए नज़र आ रहे है।

वंदन पुर्नवास एवं अनुसंधान संस्थान संस्था जो दिव्यांगों के लिए काम करती हैं। न सिर्फ काम बल्कि दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश में भी लगी हुई हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि दीपावली के पूर्व दिव्यांगों को उनके ही हुनर के जरिए आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। रंग-बिरंगे दीप को सजाने के लिए दिव्यांग बच्चे एक कुशल कारीगर की तरह काम कर रहे हैं। दिये सहित अन्य सजावट की सामग्री तैयार होने के बाद बाजार में बिक्री के लिए रखे जाते है।







