दो दिन बाद धनतेरस, सज रहा बाजार
जबलपुर, यशभारत। शहर में दीपावली की तैयारियां अंतिम दौर पर है। 10 नवंबर को धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व की शुरूआत होगी। धनतेरस के लिए अब केवल एक दिन का समय बाकी रह गया है, लिहाजा बर्तन और सराफा बाजार में व्यापारियों द्वारा तैयारियां की जा रही है। विधानसभा चुनाव एवं आर्थिक मंदी के बीच व्यापारियों को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है। धनतेरस पर शुभ कार्य करने और शुभ खरीदारी करना बहुत ही शुभ माना जाता है। धनतेरस पर सोने-चांदी के आभूषण और बर्तन खरीदने की परंपरा चली आ रही है। इसके अलावा धनतेरस पर कार, बाइक, जमीन-जायदाद और कपड़े की खरीदारी करना शुभ माना जाता है।
इस बार धनतेरस पर बहुत ही दुर्लभ संयोग बन रहा है, जिससे धनतेरस का त्योहार काफी खास हो गया है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक धनतेरस पर चंद्रमा कन्या राशि में होंगे, जहां पर पहले से सुख, समृद्धि और भौतिक सुख प्रदान करने वाले ग्रह शुक्र देव विराजमान है। इस तरह से धनतेरस पर कलात्मक नाम का योग बन रहा है। इसके अलावा 10 नवंबर को धनतेरस पर शुभकर्तरी, वरिष्ठ, सरल, सुमुख और अमृत योग बन रहा है। ऐसे में धनतेरस पर खरीदारी करना बहुत ही शुभ रहेगा। हिंदू धर्म में धनतेरस का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के ही दिन भगवान विष्णु के अंशावतार और देवताओं के वैद्य माने जाने वाले भगवान धन्वन्तरि का जन्म हुआ था। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। धनतेरस से दिवाली पर्व की शुरुआत हो जाती है। दिवाली पर पांच दिनों तक चलने वाले पर्व में सबसे पहले धनतेरस, दूसरे दिन नरक चतुर्दशी, तीसरे दिन दिवाली, चौथे दिन गोवर्धन पूजा और पांचवें दिन भैया दूज का त्योहार मनाया जाता है।