भोपाल

घर बैठे बन जाएगा बच्चों का बाल आधार कार्ड 

घर बैठे बन जाएगा बच्चों का बाल आधार कार्ड 

जानें ऑनलाइन आवेदन का आसान तरीका

​भोपाल, यशभारत। भारत में आधार कार्ड पहचान और पते के प्रमाण के रूप में एक अत्यंत महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इसी क्रम में, पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए भी आधार कार्ड बनाया जाता है, जिसे बाल आधार कहा जाता है। बाल आधार में बच्चे का नाम, तस्वीर, जन्मतिथि और लिंग शामिल होता है, और यह माता-पिता में से किसी एक के आधार नंबर से जुड़ा होता है। इस आयु वर्ग के बच्चों के लिए बायोमेट्रिक डेटा (उंगलियों के निशान या आईरिस स्कैन) की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे इसे बनवाना आसान हो जाता है।
​पासपोर्ट जैसे कई दस्तावेजों को आधार से लिंक करना ज़रूरी हो गया है, इसलिए अपने बच्चों के लिए बाल आधार कार्ड बनवाना अब और भी आवश्यक हो गया है। UIDAI ने इसकी प्रक्रिया को सरल बनाया है।

​बाल आधार के लिए ऑनलाइन आवेदन (अपॉइंटमेंट) की प्रक्रिया
​बाल आधार के लिए घर बैठे सीधे आवेदन नहीं किया जा सकता, लेकिन आप आधार सेवा केंद्र पर जाने के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया तेज़ और सुविधाजनक हो जाती है:

​UIDAI वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
​अपॉइंटमेंट बुक करें: ‘मेरा आधार’ सेक्शन में जाकर ‘अपॉइंटमेंट बुक करें’ विकल्प चुनें।
​विवरण और वेरिफिकेशन: अपना शहर, मोबाइल नंबर दर्ज करें। OTP प्राप्त करके मोबाइल नंबर का वेरिफिकेशन करें।
​केंद्र और समय चुनें: आधार सेवा केंद्र या नामांकन केंद्र पर जाने के लिए अपनी सुविधानुसार डेट और समय चुनें और अपॉइंटमेंट बुक करें।
​केंद्र पर जाएं: चुने हुए दिन, बच्चे और अभिभावक (माता या पिता) को केंद्र पर जाना होगा।
​बायोमेट्रिक और दस्तावेज़: केंद्र पर, जिस अभिभावक का आधार लिंक किया जा रहा है, उनका बायोमेट्रिक सत्यापन होगा और सभी ज़रूरी दस्तावेज़ जमा किए जाएंगे।
​प्रोसेसिंग पूरी होने के बाद, बाल आधार कार्ड आपके पते पर डाक द्वारा भेज दिया जाएगा। आप इसे UIDAI की वेबसाइट से डाउनलोड भी कर सकते हैं।
​बाल आधार के लिए आवश्यक दस्तावेज़
​आवेदन के समय निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
​बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
​अस्पताल से छुट्टी की पर्ची
​माता-पिता में से किसी एक का आधार कार्ड
​पते का प्रमाण
​5 साल पूरे होने पर अपडेट है अनिवार्य
​यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जब बच्चा 5 साल का हो जाता है, तो उसके आधार को अपडेट कराना अनिवार्य है। इस समय बच्चे का बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन) लिया जाता है। यदि बच्चे का आधार 5 साल से कम उम्र में (बिना बायोमेट्रिक्स के) जारी किया गया था, तो 5 साल का होने पर यह अपडेट कराना ज़रूरी है।

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