भोपालमध्य प्रदेश

जिलों की रैंकिंग की समीक्षा करेंगे मुख्यमंत्री, मुख्यमसचिव 

कमिश्नर कलेक्टर कांफ्रेंस में संयोजकों को मिलेंगे 20 मिनिट 

जिलों की रैंकिंग की समीक्षा करेंगे मुख्यमंत्री, मुख्यमसचिव 

 – कमिश्नर कलेक्टर कांफ्रेंस में संयोजकों को मिलेंगे 20 मिनिट 

– हर सेक्टर पर चर्चा के लिए 75 मिनिट निर्धारित  

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भेपाल यशभारत। मुुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के सामने प्रदेश के सभी कमिश्रर और कलेक्टर अपने अपने क्षेत्र के विकास का खाका प्रस्तुत करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री अलग अलग सत्रों में अधिकारियों से सवाद करेंगे। कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कंवेंशन सेंटर में 7 व 8 अक्टूबर को कमिश्रर कलेक्टर कांफें्रस का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान जिले में शासकीय योजनाओं की स्थिति, जिलों की रैंकिंग के साथ ही जनसंवाद की समीक्षा होगी। हर विषय संयोजक को अपनी प्रस्तुति के लिए अधिकतम 20 मिनट का समय मिलेगा। प्रत्येक सेक्टर के लिए 75 मिनट का सत्र समय निर्धारित किया गया है।

पांच सर्वश्रेष्ठ और पांच कमजोर जिलों के प्रदर्शन की होगी तुलना 
कांफ्रेंस क दौरान प्रदेश के पास ऐसे जिले जिन्होंने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया व पांच ऐसे जिले जिनका प्रदर्शन कमजोर है उनकी तुलना की जाएगी। मुख्य सचिव अनुराग जैन और मुख्यमंत्री कार्यालय इस बार जिला स्तर पर आने वाली विशिष्ट समस्याओं और कलेक्टरों द्वारा किए गए नवाचारों पर फोकस करेंगे।

नवाचारों को लेकर की जाएगी चर्चा 
जिलों में किए जा रहे नवाचारों को लेकर चर्चा की जाएगी। प्रदेश के कई जिलों में नवाचार कर विकास को नई दिशा दी जा रही है। महिलाओं के लिए विभिन्न कार्ययोजनाएं तैयार की गई हैं तो वहीं स्वास्थ्य व शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी जा रहे प्रयासों की जानकारी भी साझा की जाएगी।

  इस तरह होगी कांफे्रंस की शुरूआत 
कांफ्रेंस के लिए निर्धारित किया गया यह शेड्यूल
– 7 अक्टूबर की सुबह 10 से 10.30 बजे तक उद्घाटन सत्र होगा। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा परिचय के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन संबोधित करेंगे।
पहला सत्र – कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में कृषि, बागवानी, पशुपालन और सहकारिता पर चर्चा।
दूसरा सत्र – प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और निदेशक एनएचएम के नेतृत्व में स्वास्थ्य एवं पोषण पर फोकस।
तीसरा सत्र – प्रमुख सचिव उद्योग, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और वित्त विभाग के साथ रोजगार, उद्योग और निवेश पर विमर्श।
चौथा सत्र – अपर मुख्य सचिव (शहरी विकास) द्वारा शहरी विषयों पर चर्चा।
पांचवां सत्र – अपर मुख्य सचिव (सामान्य प्रशासन), प्रमुख सचिव (वित्त, राजस्व, विधि) द्वारा सुशासन पर सत्र आयोजित होगा।

यह है कांफ्रेंस का उद्देश्य और अपेक्षाएं
इस कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य जिलों के प्रशासनिक प्रदर्शन में सुधार और जनता तक योजनाओं की प्रभावी पहुंच सुनिश्चित करना है। राज्य सरकार चाहती है कि प्रत्येक जिला अपने स्थानीय संसाधनों और नवाचारों का बेहतर उपयोग कर जनकल्याणकारी योजनाओं का परिणाम जमीन पर उतारे।
8 अक्टूबर को होगा अखिरी सत्र – कांफ्रेंस में 8 अक्टूबर की गतिविधियों के अंतर्गत सुबह 9.30 बजे से 10.15  बजे तक मुख्य सचिव अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री, आयुक्त जनसंपर्क द्वारा अपेक्षाओं के साथ विविध चर्चाएं की जाएंगी।

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