
जबलपुर यशभारत।
रेलवे ने आरक्षित कोचों में वेटिंग टिकट धारियो की बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए रेलवे द्वारा नया नियम निकल गया है जिससे कि आरक्षित कोचों में वेटिंग टिकट धारियों को जगह नहीं मिलेगी उनको टिकट निरीक्षक आरपीएफ की मदद से बाहर करेगा इसके साथ ही रेलयात्री बिना कन्फर्म टिकट ट्रेन पर सवार हुए तो उनको जुर्माना भी भरना पड़ेगा। रेलवे सूत्रों ने बताया कि अन्य जोन की तरह पश्चिम मध्य रेल में भी यह नियम लागू हो चुका है।
उल्लेखनीय की ट्रेनों में लगातार बढ़ती भीड़ को कम करने अब रेलवे ने सख्त कदम उठाया है। अब वेटिंग टिकट पर यात्री स्लीपर और एसी कोच में सफर नहीं कर पाएंगे।ऑनलाइन टिकट खरीदने पर अगर टिकट कन्फर्म नहीं हुआ तो रेलवे से रिफंड मिल जाता है लेकिन काउंटर टिकट में यात्री रिफंड नहीं लेकर ट्रेनों में चढ़ जाते हैं। टीटीई भी ट्रेन में खड़े होने की जगह दे देते थे कि टिकट का पैसा रेलवे के पास जमा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। वेटिंग में कोई यात्री सफर करता हुआ पाया गया तो सीधे जुर्माना वसूला जाएगा। जानकारी के अनुसार जबलपुर मंडल के अधिकारियों ने टीटीई को सख्त निर्देश दिए हैं कि अब ट्रेनों में वेटिंग यात्रियों की एंट्री नहीं होगी। यदि इस दौरान यात्री से कोई विवाद की स्थिति निर्मित होती है तो टीटीई आरपीएफ की मदद लेकर वेटिंग टिकट धारी को उतार सकेगा। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार ट्रेनों में वेटिंग टिकट के यात्री अनावश्यक भीड़ बढ़ा रहे हैं। जिससे अन्य यात्रियों को भी दिक्कत हो रही है। रेलवे के इस फैसले से अब स्लीपर और एसी में भीड़ कम होगी।
अगले स्टेशन पर ही उतार देगा टीटीई
ट्रेन में रेल यात्री वेटिंग टिकट पर सफर कर लेते हैं तो जांच स्टाफ उनसे जुर्माना वसूल कर अगले स्टेशन पर ही उतार देगा। इन आदेशों के सख्ती से लागू होने से रेलवे को होने वाली आय पर भी इसका असर पड़ेगा। बता दें कि ट्रेनों में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मुंबई, दक्षिण भारत बिहार आदि राज्यों की ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट काफी लंबी रहती है। जो यात्री स्टेशन से टिकट बुक करवाते हैं उनका टिकट स्वतः रद्द होने का कोई प्रावधान नहीं है। ऐसे में यह वेटिंग लिस्ट वाले यात्री ट्रेन में सवार हो जाते हैं और कन्फर्म टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों की सीट पर अनाधिकृत तरीके से बैठ जाते हैं। जिससे कंफर्म टिकटधारी परेशान होते हैं।
जहां मिलती है सीट वहीं बैठ जाते हैं
ट्रेनों में लगातार बढ़ती भीड़ के कारण यात्रियों को कंफर्म टिकट मिलना बहुत ही टेढ़ी खीर के समान है। ऐसी स्थिति में यात्री टिकट विंडो से अपना वेटिंग टिकट निकाल कर आरक्षित कोच में सवार हो जाते हैं। कभी-कभी तो कंफर्म टिकट एवं वेटिंग टिकट धारी में विवाद की स्थिति भी निर्मित हो जाती है। जिससे कन्फर्म टिकट पर यात्रा करने वाले यात्री ट्विट या फिर अन्य माध्यमों से रेलवे में शिकायत करते हैं।आरक्षित कोचों में अक्सर देखने में मिलता है कि वेटिंग लिस्ट वाले यात्री सीट की तलाश में घूमते रहते हैं और जहां सीट मिलती है वहीं बैठ जाते हैं। इससे कन्फर्म टिकट धारी यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
वेटिंग टिकट पर यहां मिलेगी राहत
इस संबंध में रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार यदि एक पीएनआर में कुछ टिकट कंफर्म और कुछ टिकट वेटिंग टिकट की हैं तो ऐसी स्थिति में वह कंफर्म टिकट वाले के साथ अपना सफर तय कर सकते हैं।