कैचमेंट एरिया में पानी गिरता रहा तो खुले रहेंगे बरगी बांध के गेट

जबलपुर, । बरगी बांध के पांच गेट खोल दिए गए हैं। ऐसा नहीं है कि बांध पूरी तरह से लबालब हो चुका है, बल्कि तय समय के अनुसार जितना पानी जलाशय में रहना चाहिए उसके मुकाबले काफी अधिक मात्रा में पानी बांध में जमा हो चुका है। तय पैमाने के अनुसार बांध का जलस्तर 31 जुलाई को 417.50 मीटर होना चाहिए, जो कि गुरुवार की रात तक 418.50 मीटर तक पहुंच चुका था। इसे नियंत्रित करने के लिए ही बांध के पांच गेटों से पानी की निकासी की जा रही है। बता दें कि बांध की पूर्णता का स्तर 422.76 मीटर तय किया गया है, जो 15 सितंबर को होना चाहिए। उम्मीद है कि आने वाले कई दिनों तक बांध से पानी को छोड़े जाने के हालात बने रहेंगे।
इस बांध से कई जिलों में होती है सिंचाई
रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना, जिसे बरगी बांध भी कहा जाता है। इसके जलभराव से मध्य प्रदेश के दर्जन भर से ज्यादा जिलों की सिंचाई संबंधी जरूरतें पूर्ण करता है। इस वर्षाकाल में पहली बार बरगी बांध के गेट खोले जा चुके हैं। बांध का जलस्तर 20 जुलाई को 418.50 मीटर को पार कर चुका है।
जलस्तर कब कितना रहना चाहिए
शासन की ओर से तय मानदंडों के अनुसार 31 जुलाई को बांध का लेबल 417.50 मीटर रहना चाहिए। इसी प्रकार 15 अगस्त तक बांध का स्तर 421 मीटर, 31 अगस्त तक 422.50 एवं 15 सितंबर तक 422.76 मीटर होना चाहिए। अभी बरसात का शुरुआती दौर है, इसलिए आने वाले दिनों में अगर बांध के जलग्रहण क्षेत्र में पानी निरंतर गिरता है, तो बांध के गेट कुछ दिनों तक लगातार खुले रह सकते हैं और उनकी संख्या में वृद्धि भी की जा सकती है।