हाईवोल्टेज ड्रामा, विवाद, इस्तीफा के बाद अब समझौता… जबलपुर जिले के पटवारी लौटे वापस काम पर. After high voltage drama, controversy, resignation now a compromise.
पटवारी-विधायक विवाद मामला
कलेक्टर ने कुदवारी की जमीन की जांच के लिए गठित किया संयुक्त दल
जबलपुर,यशभारत। विवाद, हंगामा और फिर सशर्त इस्तीफा के दौर के बीच अब पटवारी पिटाई मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। मध्यप्रदेश पटवारी संघ के अध्यक्ष जागेंद्र पीपरी ने इस बात की पुष्टि करते हुए यशभारत को बताया कि जिले के सभी पटवारी काम पर लौट आए हैं और पटवारी प्रवीण सिंह व भाजपा विधायक सुशील इंदु तिवारी के बीच समझौता हो गया है। लेकिन इस समझौते के पीछे वजह क्या थी ये तो पटवारी प्रवीण सिंह ही जाने लेकिन दमोहनाका चौक के पास मेट्रो अस्पताल के सामने पटवारी प्रवीण सिंह के साथ हुई मारपीट के मामले ने कल दिनभर तूल पकड़ा था और जब मामला कलेक्टर दीपक सक्सेना तक पहुंचा तो समझौते की बात निकलकर आई। कुदवारी स्थित जमीन का मामला और पटवारी-विधायक विवाद कलेक्टर के समक्ष पहुंचा तो कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कुदवारी स्थित जमीन की जांच करने एक संयुक्त दल गठित कर दिया और पूरे मामले की जांच के निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दे दिए। गौरतलब है कि गत दिवस पटवारी के साथ पिटाई के बाद जिले के पटवारियों ने 2 दिन की हड़ताल करने का निर्णय ले लिया था।
विधायक ने यशभारत के सामने रखा पक्ष
जानकारी के अनुसार भाजपा विधायक सुशील इंदु तिवारी कुदवारी स्थित खसरा नंबर 159 की जांच रिपोर्ट मांग रहे थे लेकिन पटवारी प्रवीण सिंह द्वारा खसरा नंबर 159 की जगह 158 खसरा नंबर की जांच रिपोर्ट बनाकर तहसीलदार के समक्ष पेश की गई। जिस पर विधायक ने आपत्ति दर्ज कराकर पटवारी के खिलाफ ही कलेक्टर को शिकायत कर दी। विधायक सुशील तिवारी ने यशभारत को बताया कि पटवारी प्रवीण सिंह ने कुदवारी स्थित जमीन का एक समुदाय विशेष को विक्रय कर दिया है जो कि गलत है। विदित हो कि गत दिवस विधायक ने पटवारी द्वारा लगाए गए पिटाई के आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया था और यशभारत से कहा था कि 4 लाख रुपए के लेनदेन के चक्कर में किन्हीें लोगों ने पटवारी के साथ पिटाई की है ।
वर्जन
–पटवारी प्रवीण सिंह और भाजपा विधायक के बीच विवाद के मामले में अभी समझौता हो गया है और जिले के पटवारी वापस काम पर लौट आए हैं।
–जागेंद्र पीपरी, अध्यक्ष मप्र पटवारी संघ।