जबलपुर के एक नेता कह रहे हे…भगवान.. अभी बरसना था, चुनाव बाद बरसते तो क्या हो जाता… दूसरे नेता भगवान शुक्रिया… ऐसे ही बरसते रहो…

जबलपुर, यशभारत। नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। पार्षद से लेकर महापौर तक के प्रत्याशियों का जनसंपर्क जोर पकड़ चुका है। विकास के मुद्दों को लेकर उम्मीदवार जनता से वोट मांग रहे हैं। दोनों दल अपने-अपने जनसंपर्क को लेकर खुश थे। लेकिन बुधवार की बारिश ने कुछ उम्मीदवारों के चेहरों पर मायूसी ला दी तो कुछ के चेहरे मुस्करा रहे हैं।
प्रत्याशियों को भरोसा था कि जनता समझेगी और समर्थन देगी लेकिन उनके इन अरमानों पर बुधवार की शाम हुई कुछ घंटों की बारिश ने पानी फेर दिया। पूरा शहर जलमग्न हो गया। घरों में पानी भर गया, सोशल मीडिया पर घरों और काॅलोनियों में भरे पानी के वीडियो वायरल हो रहे हैं। जोरदार बारिश ने कुछ उम्मीदवारों की टेंशन बढ़ा दी है कल तक अपने जनसंपर्क में स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर मतदाताओं को रिझाने का काम हो रहा था वह बंद होने की संभावना है।
इधर बारिश से एक पार्टी के उम्मीदवार गदगद है, पार्टी को बारिश होने से जनसंपर्क की संजीवनी मिल गई है। उम्मीदवारों ने बारिश में जो शहर की स्थिति हुई उसका मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। कल सुबह जब उम्मीदवार जनसंपर्क में जाएंगे तो शहर की लबालब स्थिति का वीडियो जनता को दिखाएंगे। बारिश ने पार्टी के शीर्ष नेताओं के चेहरों पर मुस्कान ला दी। नेता भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे हैं। नेताओं का कहना है कि ऐसे समय पर बारिश हुई जिसमें सारे विकास कार्यों की पोल खुल गई है।

पूजन पाठ तो हम भी करते हैं, अभी बरसना जरूरी था
भारी बारिश ने एक पार्टी के उम्मीदवारों को चिंता में डाल दिया। चुनाव के ऐन मौके पर बारिश होना उम्मीदवारों को पच नहीं रहा है। एक दूसरे से चर्चा कर नेता कह रहे हैं हे… भगवान..अभी बरसना था… चुनाव बाद बरसते थे तो क्या हो जाता। भगवान से नेताओं का कहना है पूजन-पाठ तो हम भी करते हैं फिर ऐसी क्या जरूरत पड़ गई इतने जोर से बरस गए, थोड़ा बरसकर शांत हो जाते हैं। हालांकि पार्टी के शीर्ष नेता इस समस्या को तोड़ खोजने में जुट गए हैं।