बीएम रियल्टी के मालिक राजकुमार हिमथानी और प्रवीण हिमथानी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज : 8 जून को फरियादियों पर बिल्डर ने किया था हमला, बना लिया था बंधक
भोपाल। फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए अतिरिक्त पैसों की अड़ी बाजी कर ग्राहक का सिर फोड़ने तथा बंधक बनाने वाले बीएम रियल्टी के मालिक राजकुमार हिमथानी तथा उसके पार्टनर भतीजे प्रवीण हिमथानी के खिलाफ निशातपुरा थाना पुलिस ने धारा 420, 406, 120 बी के तहत धोखाधड़ी, अमानत में ख़यानत के साथ अपराधिक षड़यंत्र का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
पीपुल्स मॉल के पीछे बन रहे बीएम रियल्टी के आवासीय प्रोजेक्ट कोरल कासा के जी ब्लॉक में पलक चतुर्वेदी तथा शौर्या चतुर्वेदी जैन ने फ्लैट बुक किए थे। इनके अलावा परिवार के दो अन्य सदस्यों ने भी दो फ्लैट लिए हैं जिनकी रजिस्ट्री की जा चुकी है।
मामला राजधानी के पत्रकार संजय चतुर्वेदी तथा उनके परिवार का है। संजय चतुर्वेदी तथा उनके परिवार के सदस्यों ने बीएम रियल्टी के आवासीय प्रोजेक्ट कोरल कासा में एक ही ब्लाक के एक ही फ्लोर पर चार फ्लैट बुक किए थे। यह फ्लैट दो साल पहले ही मिल जाने थे लेकिन बिल्डर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की जगह ग्राहकों से पैसा वसूल कर अपने एशो-आराम पर खर्च करने लगा। विलंब से पूरे हुए दो फ्लैट की रजिस्ट्री विवाद के बावजूद हो गई शेष बचे दो फ्लैट की रजिस्ट्री 10 जून को होना थी इसके दो दिन पहले 8 जून को बिल्डर प्रवीण हिमथानी ने पत्रकार संजय चतुर्वेदी को फोन कर अतिरिक्त पैसों की मांग करते हुए आफिस बातचीत के लिए बुलाया।
प्रवीण का फोन आने के बाद संजय चतुर्वेदी अपने बड़े भाई विष्णु चतुर्वेदी, भतीजे निमेष तथा दामाद एकांश जैन के साथ बात करने गये थे। बिल्डर ने फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए अड़ीबाजी करते हुए गाली गलौज और मारपीट शुरू कर दी। बिल्डर के हमले में विष्णु चतुर्वेदी के सिर पर ईंट लगने से गंभीर चोट आई इसके बाद बिल्डर सभी को बंधक बनाकर भाग निकले। पुलिस के आने पर सभी मुक्त हुए। पुलिस के साथ थाने पहुंचने पर बिल्डर थाने में ही बैठे मिले। पुलिस ने सिर की गंभीर चोट के बावजूद बिल्डरों के खिलाफ हत्या के प्रयास और अड़ीबाजी का मामला दर्ज करने की जगह साधारण मारपीट का उभय पक्षीय प्रकरण दर्ज किया है।
बिल्डर ने इस झगड़े के बाद दोनों फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए किए गए मैसेज का रिप्लाई भी नहीं किया। इसके चलते पलक चतुर्वेदी तथा शौर्या चतुर्वेदी जैन ने अपने अपने फ्लैट को लेकर गत 19 जून को शिकायत निशातपुरा थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने पलक चतुर्वेदी पति रत्नेश चतुर्वेदी तथा शौर्या चतुर्वेदी जैन पति एकांश जैन की शिकायत पर विवेचना कर आरोपी बिल्डर राजकुमार हिमथानी तथा प्रवीण हिमथानी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया।
पुलिस ने शिकायतकर्ताओं के बैंक स्टेटमेंट, बिल्डर बायर एग्रीमेंट की जांच कर बिल्डर प्रवीण हिमथानी और राजकुमार हिमथानी को नोटिस भेजकर थाने बुलाया।
पुलिस का नोटिस मिलने के बावजूद राजकुमार हिमथानी थाने नहीं पहुंचा, प्रवीण हिमथानी ने थाने पहुंचकर बयान दर्ज तो कराए लेकिन पैसों के लेन-देन को लेकर वह कोई सबूत पुलिस को नहीं दे पाया। पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ताओं द्वारा अनुबंध अनुसार राशि प्राप्त करने के उपरांत भी बिल्डर ने दोनो ही आवेदिका को फ्लैट का पजेशन नहीं दिया और ना ही रजिस्ट्री कराई।
बीएम रियल्टी के पार्टनर प्रवीण हिमथानी तथा मालिक राजकुमार हिमथानी ने कुल राशी 36 लाख 75 हजार रूपये छलपूर्वक प्राप्त कर स्वंय उपयोग किया गया है। पुलिस के अनुसार पलक चतुर्वेदी, शौर्या चतुर्वेदी जैन को फ्लेट बेचने के नाम पर, रजिर्स्टड अनुबंध करने के बाद भी राशी प्राप्त कर बिल्डर्स ने अवैध लाभ प्राप्त किया है, जिससे आवेदिका को आर्थिक एवं मानसिक हानि हुई है, जो कृत्य धारा 420,406,120 बी भादवि का पाया जाने से अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया।