व्यक्तिगत बुराई के चलते नुकसान पहुंचाने, डराने धमकाने व ब्लैकमेल : करने के लिए आचार संहिता को हथियार बना कर हो रही हैं फर्जी शिकायतें

सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो)l लोकसभा चुनाव के दौरान व्यक्तिगत खुन्नस निकालने के लिए कतिपय तत्व चुनाव आचार संहिता का दुरुपयोग करने में जुटे हुए हैं। जिला निर्वाचन कार्यालय को ऐसी कई गुमनाम और फर्जी शिकायतें की जा रही है जिनका कोई आधार नहीं मिल रहा है। इन शिकायतों से निर्वाचन कार्य में लगा सरकारी तंत्र अनावश्यक सवाल जवाब में उलझ जाता है और निर्वाचन का मूल काम प्रभावित होता है।
चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद इस से संबंधित शिकायतों पर प्रशासन द्वारा त्वरित एक्शन लिया जाता है। ऐसे में कतिपय तत्व अपनी व्यक्तिगत बुराई से किसी भी व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने, उन्हें डराने धमकाने या उन्हें ब्लैकमेल कर धन ऐंठने के लिए आचार संहिता के दौरान शिकायतों को हथियार बना रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान भी ऐसी कई गुमनाम शिकायतें जिला निर्वाचन को मिली थी जो जांच में गलत पाए जाने पर बंद कर दी गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार सागर के जिला निर्वाचन कार्यालय की शिकायत शाखा को लोकसभा चुनाव के दौरान भी ऐसी कई शिकायत मिल रही है जो जांच और परीक्षण में गलत पाई जाती है। इनमें कई शिकायतें तो ऐसी भी है जिनमे शिकायतकर्ता को ही नहीं पता कि उसके नाम से किसी व्यक्ति के बारे में कोई शिकायत की गई है।
प्रशासन द्वारा इन शिकायतों पर जांच परीक्षण तो शुरू कर दिया जाता है लेकिन शिकायत गलत पाए जाने पर ना तो ऐसे फर्जी शिकायतकर्ता का पता लगाया जाता है और ना ही किसी को दंडित किया जाता है। लेकिन इन शिकायतों की जांच पड़ताल में सरकार का धन और समय जरूर नष्ट हो जाता है जिससे निर्वाचन का मूल कार्य बुरी तरह प्रभावित होता है।