मिशन चौक पुल रात से बंद, ब्रिज के नीचे रात से फंसी है 2 कारें, दोनों ओर बैरिकेटिंग, ओव्हरबिज से निकल रहे वाहन, पूरे शहर में हालात बिगड़े, सड़कें उखड़ी
रिकार्ड बनाने पर आमादा दिख रही बारिश, 12 घण्टे से नही टूटी झड़ी, लगातार गिर रहा पानी, पूरे जिले में पानी से हाहाकार
- कटनी ( यशभारत टीम )। कल रात्रि से अनवरत जारी बारिश से कटनी जिले में हालात चिंताजनक हो चले है। शहर से गुजरने वाली कटनी नदी समेत जिले भर की नदियों में पिछले 12 घण्टे के दौरान जलस्तर बढ़ जाने से तटीय इलाकों में बसी बस्तियों में घबराहट पैदा हो गई है। कल देर रात्रि के बाद बरसात ने जैसे तेवर दिखलाए उसे देखते हुए जलभराव वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोग सुरक्षित ठिकाने तलाशने लगे हैं। शहर के निचले इलाकों में लबालब पानी भरने की वजह से लोग ने जागकर रात काटी। लोग सारी रात पानी उलीचते रहे।
मिशन चौक स्थित सागर पुलिया के नीचे पानी भरने से देर रात नगर निगम और पुलिस को बैरिकेटिंग कर आवाजाही रोकना पड़ी। पुल को दोनों ओर से बंद कर दिया गया है। रात में 12 फिट पानी भरने से यहां 2 कारें फंस गई थी। इनके सवारों को तो सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन कारें सुबह 8 बजे इन पंक्तियों के लिखे जाने तक नही निकाली जा सकी। मार्ग बंद कर दिए जाने से बरगवां, माधवनगर और हाउसिंग बोर्ड समेत इस इलाके के लोग ओव्हर ब्रिज से घूमकर मिशनचौक और स्टेशन की ओर जा रहे हैं। गायत्री नगर पुलिया में भी पानी भर जाने की वजह से रात्रि से आवागमन अवरुद्ध है। लोग रेलवे कॉलोनी से घूमकर निकल रहे है। एनकेजे जाने वाले लोग गायत्री नगर मार्ग की बजाय तिलक कॉलेज रोड से होकर निकले। उधर मूंगाबाई कालोनी, साउथ स्टेशन मार्ग पर भी बारिश का असर पड़ा है। रंगनाथ मंदिर के पास मंगलनगर पुलिया में पानी भर जाने से लोगों को आज सुबह भी निकलने में परेशानी हुई। कमोवेश जिले भर में पुल- पुलियों की यही हालत है।
सड़कें उखड़ी, गड्ढों से सामना
रात भर से जारी बारिश सुबह 8 बजे तक भी बंद नही हो पाई। सुबह जब दिन निकला तो लोगों का सामना बारिश से ही हुआ। बारिश की रफ्तार कुछ कम अवश्य हुई है लेकिन लोगों को राहत नही मिल पा रही कि वे अपने आशियाने ठीक कर ले। घरों में भरा पानी निकाल ले। वार्ड क्रमांक 18 में साईं पुरम कालोनी के पीछे पवनपुरी में हालात रात से ही बिगड़ चुके हैं। यहां जमीन की सतह से लगभग 5 फुट पानी भर चुका है। घरों में पानी भरने से गृहस्थी का सामान पानी मे उतरा रहा है। अनेक घरों केफर्नीचर खराब हो चुके है। यहां हालात बिगड़ने की खबर मिलने पर रात में ही एसडीएम अपनी टीम के साथ पहुंच गए थे। खबर है कि लोगों को खतरे से बचने पास के स्कूलों में शिफ्ट करने की तैयारी थी। दुगाड़ी नाला के पास के रहवासी क्षेत्र में भी चिंताजनक स्थिति है जबकि इंदिरा ज्योति कालोनी, तिलक वार्ड, नदीपार लोहिया वार्ड में नदी से सटकर बसे निचले इलाके में पानी भर जाने से लोग सारी रात सो नही पाए। उपनगरीय क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी ऐसी ही खबरें आ रही है। नदी-नाले उफनाने से ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया है। उमरियापान और ढीमरखेड़ा क्षेत्र में एक बार फिर चिंताजनक हालात बन गए है। प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी परिस्थिति पर रात से ही नजर रखे हुए हैं। कंट्रोल रूम और आपदा प्रबंधन यूनिट को सक्रिय रहने के निर्देश है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे काम कर रहा है।
■ सड़कें उखड़ी, हर मार्ग पर गड्ढे
कल रात से जारी बारिश से सड़कें दुर्दशा को प्राप्त हो गई है। लगभग 12 घण्टे की अनवरत बारिश में डामर ने गिट्टी का साथ छोड़ दिया, नतीजतन हर मार्ग पर सड़क उखड़ी हुई नजर आई। यशभारत की टीम ने सुबह सुबह शहर के अनेक इलाकों का भ्रमण किया। मेन रोड, झंड़ाबाजार मार्ग, बरगवां से माधवनगर गेट, बस स्टेण्ड से चाका, गायत्री नगर मार्ग माधवनगर मुख्य पहुंच मार्ग समेत उपनगरीय क्षेत्रों की सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे है। गिट्टी उखड़ी हुई दिखी।
■ आदर्श कालोनी में खतरा, चारों तरफ पानी
कटनी नदी का जल स्तर बढ़ने से आदर्श कॉलोनी में खतरा पैदा हो गया है। चारों तरफ से पानी भर चुका है। यह इलाका कटनी नदी के मोहन घाट से सटकर बसा है। कालोनी के पीछे भी नदी का मुहाना है। क्षेत्र के लोग चिंता में है। उधर माई नदी, कोहारी और सिमरौल नदियों का जलस्तर भी बढ़ चुका है।