इंदौरग्वालियरजबलपुरभोपालमध्य प्रदेशराज्य

नाबालिग को बंधक बनाकर एक महिने तक किया दुराचार : पकड़े जाने पर आरोपी ने कहा-मेरा प्यार सच्चा था, विवाह नहीं होता इसलिए किया अपहरण

WhatsApp Icon
Join Yashbharat App

जबलपुर, यशभारत। रांझी में नाबालिग किशोरी का अपहरण कर एक महिने तक दुराचार करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। शातिर आरोपी ने मोहल्ले में ही रहने वाली नाबालिग को पहले तो अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर घर से अगवा कर ले गया। जहां आरोपी ने नाबालिग को एक महिने तक बंधक बनाकर अपने पास रखा। वहीं दूसरी ओर नाबालिग के घर से गायब होने के बाद परिजनों ने आसपास बहूुत पता किया लेकिन जब कहीं सुराग नहीं मिला तो थकहार कर थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग के अपहरण का मामला कायम कर, लगातार तलाश करने में जुटी रही। एक महिना बीत जाने के बाद पुलिस ने तिलवारा से आरोपी को दबोच लिया और नाबालिग को दस्तयाब कर, परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

रांझी पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि करीब एक महिने पहले थाना क्षेत्र निवासी परिजनों ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनकी 17 साल 8 माह वर्षीय किशोरी घर से बिना बताए कहीं चली गयी। जिसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर, लगातार मुखबिरों को अलर्ट कर, नाबालिग को तलाश करने में जुटी रही।

ड्राइवरी करता है आरोपी
पुलिस ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस को सूचना मिली कि अपहृत नाबालिग को युवक बिरजू यादव उम्र 23 वर्ष बंधक बनाकर रखा है और वह पेशे से ड्राइवरी करता है। जिसके बाद पुलिस ने तत्काल दबिश देकर किशोरी को तिलवारा से दस्याब कर लिया। वहीं पुलिस को देखकर आरोपी भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

दो साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग
पकड़े गए आरोप बिरजू यादव ने पुलिस को बताया कि उसका और नाबालिग का प्रेम प्रसंग करीब दो साल से चल रहा था। दोनों के बीच प्यार था लेकिन बाद में आरोपी को पता चला कि उसके विवाह के लिए लड़की पक्ष के लोग कभी तैयार नहीं होंगे। जिसके बाद उसने नाबालिग के अपहरण की योजना बना डाली।

आठवीं तक पड़ी है नाबालिग
पुलिस पूछताछ मेंं ज्ञात हुआ कि दस्तयाब नाबालिग आठवीं तक पढ़ी है और पढ़ाई छूटने के बाद घर पर ही रहती थी। तो वहीं आरोपी बिरजू यादव ने नाबालिग का मोबाइल नंंबर लेकर उसे प्यार के झांसे में फंसा लिया था। बताया जाता है कि आरोपी के डर से ही परिजनों ने नाबालिग की पढ़ाई तक छुड़वा दी थी।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button