क्या अब हर लोक सभा क्षेत्र से होगा एक मंत्री
यह फार्मूला हो सकता है लागू
भोपाल यश भारत । मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल के चेहरे तलाशने की भी तैयारी है। बड़े नेताओं से प्रारंभिक चर्चा करने के बाद यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद दिल्ली जाएंगे। गुजरात फॉर्मूला चलता है तो कैबिनेट नए चेहरों के साथ बनेगी। जो लंबे समय से मंत्री रहे, ऐसे कई बड़े नाम बाहर होंगे। उन्हें सिर्फ जातिगत गणित (सोशल इंजीनियरिंग) ही बचा पाएगा। यानी सीएम चेहरे की तरह अब मंत्रिमंडल भी चौंकाएगा। चर्चा तो इस बात की भी हो रही है कि इस बार प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों के हिसाब से प्रतिनिधित्व मंत्रिमंडल में भी दिया जाएगा जिसके चलते क्षेत्रीय संतुलन बना रहे। क्योंकि पिछली सरकार में कुछ क्षेत्रों का अधिक दबदबा था वही महाकौशल विध्य जैसे क्षेत्र मंत्रिमंडल से बाहर रखे गए थे ऐसे में इस बार सभी जगह बराबर प्रतिनिधित्व देने का फार्मूला बैठाला जा रहा है। जो मंत्रिमंडल के कोटे के हिसाब से भी सटीक बैठता है। इस फार्मूले के पीछे एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि इस बार विधायकों की संख्या तो अधिक है ही इसके अलावा सांसदों के जीतने के बाद बड़े नेताओं की पूरी फौज तैयार हो गई है। ऐसे में सामंजस्य स्थापित करने के लिए यह फार्मूला कारगर बताया जा रहा है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि डिप्टी सीएम और स्पीकर की नियुक्ति के बाद हाईकमान बचे हुए बड़े नेताओं कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, विजय शाह, भूपेंद्र सिंह, बिसाहूलाल सिंह जैसे कुछ नेताओं की भूमिका जल्द स्पष्ट करेगा। इसके बाद ही मंत्रिमंडल के नाम फाइनल होंगे। संघ के नामों को प्राथमिकता में रखा जा सकता है। इसके साथ जातिगत समीकरण और महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जा सकती है। बताया गया है कि रीजन व संभागों में भी संतुलन बैठाया जाएगा।