जबलपुर में ये क्या कर गए उपद्रवी: दशहरा के एक दिन पहले मेघनाथ के पुतले को लगाई आग, 70 साल के इतिहास पर पहली घटना

जबलपुर, यशभारत। इसे शरारत कहे या फिर संाप्रदायिक सदभाव बिगाडऩे का कृत्य। दरअसल जबलपुर में एक उपद्रवियों ने ग्वारीघाट स्थित मैदान में निर्मित मेघनाथ के पुतले को आग लगा दी। पंजाबी दशहरा के एक दिन पहले रात में हुई घटना से समाजिक लोग आक्रोशित है, उनका कहना है कि शरारती तत्वों ने जानबूझकर ऐसा काम किया है जिससे शहर की संाप्रदायिक उन्माद हो। पंजाबी दशहरा के आयोजनकर्ताओंं का कहना है कि 70 साल में पहली बार ऐसी घटना हुई जिसे पूरा समाज आक्रोशित है। रात के समय बाइक में कुछ युवक आए और उन्होंने मेघनाथ के पुतले को आग के हवाले कर दिया। पुतले में आग लगी देखकर कुछ महिलाओं दौड़ी और उन्होंने आग बुझाई। क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि शरारती तत्व सभी पुतलों को आग लगाने आए थे लेकिन इससे पहले महिलाओं ने उन्हें देख लिया और मौके से खदेड़ दिया।

पंजाबी एसोसिएशन 70 साल से करता आ रहा है आयोजन
मालूम हो कि पंजाबी एसोसिएशन बीते 70 साल से पंजाबी दशहरा मानता आ रहा है। सबसे पहले पंजाबी दशहरा घंटाघर में मनाया जाता था फिर स्टेडियम में आयोजन होता था इसके बाद प्रशासन ने ग्वारीघाट के आयुर्वेद कॉलेज के मैदान में आयोजन के लिए अनुमति दी तब से अब तक पंजाबी दशहरा यही मनाया जा रहा है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि 70 साल में पहली घटना है जिसमें शरारती तत्वों ने ऐसा कृत्य किया है। इसके पीछे उनकी क्या मंशा थी यह पता नहीं है पर ऐसा करके समाज के लोगों को तत्वों ने आक्रोशित कर दिया।