ग्वालियरजबलपुरभोपालमध्य प्रदेशराज्य

GT के लाखों छात्रों के डिटेल लीक होने की आशंका, पोर्टल में रूक्क की सागर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स का मिला डाटा

गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट और पोर्टल जिस क्लाउड स्पेस पर रखा जाता है. उस क्लाउड स्पेस का इस्तेमाल मध्यप्रदेश स्थित सागर यूनिवर्सिटी द्वारा किए जाने की बात सामने आई है. जैसे ही त्रञ्ज को इस बात की जानकारी मिली तो रजिस्ट्रार ने सागर यूनिवर्सिटी को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है. मामले में गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के आईटी विभाग के पूर्व कर्मचारी का हाथ होने की बात सामने आई है.

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

GT के लाखों छात्रों के डिटेल लीक होने की आशंका, पोर्टल में रूक्क की सागर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स का मिला डाटा के पूर्व कर्मचारी ने किया क्लाउड स्पेस का इस्तेमाल

दरअसल, त्रञ्ज की वेबसाइट और पोर्टल क्लाउड स्पेस से होस्ट की जाती है. इस क्लाउड स्पेस का इस्तेमाल आईटी सेक्शन के अधिकारियों द्वारा किया जाता है. प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक, जब त्रञ्ज की क्लाउड स्पेस का इस्तेमाल आईटी विभाग के हेड द्वारा किया जा रहा था. तब मध्यप्रदेश की सागर यूनिवर्सिटी का डाटा त्रञ्ज के क्लाउड स्पेस में पाया गया. जिस क्लाउड स्पेस में त्रञ्ज के विद्यार्थियों के डाटा होने चाहिए थे. उसमें सागर यूनिवर्सिटी के डाटा मिलने की वजह से तुरंत जांच शुरू की गई. इसके बाद पता चला कि त्रञ्ज में नौकरी करने वाला एक कर्मचारी जो कुछ महीनों पहले त्रञ्ज से नौकरी छोड़ सागर यूनिवर्सिटी में जुड़ा था. उसने ही सागर यूनिवर्सिटी का डाटा त्रञ्ज के क्लाउड स्पेस पर अपलोड किया था.

सागर यूनिवर्सिटी ने मांगी माफी, पासवर्ड किया गया चेंज

त्रञ्ज के रजिस्ट्रार के.एन. खैर ने कहा कि डाटा चोरी हुआ हो ऐसा अभी सामने नहीं आया है. यह सच है कि त्रञ्ज के क्लाउड पर सागर यूनिवर्सिटी की वेबसाइट होस्ट की गई थी. सागर यूनिवर्सिटी में त्रञ्ज का पूर्व कर्मचारी नौकरी करता है. उसके पास त्रञ्ज के क्लाउड स्पेस का पासवर्ड रहा होगा. उसकी जिम्मेदारी थी कि वह पासवर्ड का गलत इस्तेमाल नही करता.

त्रञ्ज के क्लाउड स्पेस जहां से तमाम वेबसाइट होस्ट होती है. उसका एक्सेस लेकर सागर यूनिवर्सिटी की वेबसाइट होस्ट की गई थी. हमको जब ये बात पता लगी थी तब ही पासवर्ड बदल दिया था. फिलहाल कोई डाटा एक्सेस हुआ हो ऐसा लग नहीं रहा. त्रञ्ज के रजिस्ट्रार ने कहा कि ये बात हमें जैसे पता चली हमने सागर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को पत्र लिखा था. जवाब आया है कि आपकी यूनिवर्सिटी से आए हुए कर्मचारी ने त्रञ्ज के क्लाउड का एक्सेस किया था. सागर यूनिवर्सिटी ने माफी भी मांगी है. एक्सेस मिले तो अपना डाटा डिलीट करने की तैयारी बताई है.

पूर्व कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग

त्रञ्ज के क्लाउड स्पेस पर सागर यूनिवर्सिटी का डाटा अपलोड होना चिंताजनक इसलिए भी है क्योंकि ऐसा करते वक्त त्रञ्ज का डाटा भी लीक हुआ हो ये हो सकता है. त्रञ्ज के लाखों विद्यार्थियों का डाटा लीक होने की दहशत फिलहाल देखी जा रही है. त्रञ्ज जो क्लाउड स्पेस करोड़ों रुपए खर्च करके लेती है उसका इस्तेमाल बिना परमिशन करने के लिए आईटी के पूर्व कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग हो रही है. साथ ही में लाखों का बिल भी सागर यूनिवर्सिटी से वसूलने की मांग की जा रही है.

Rate this post

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

Related Articles

Back to top button