चेन्नई पोर्ट में ब्राजील से उड़द व तुअर आने से औंधे मुंह गिरा दलहनों का भाव
किसानों की सरकार से शीघ्र दखल की मांग, व्यापारियों को भी होगा नुकसान

जबलपुर यशभारत। अनाज मार्केट की सप्ताहिक रिपोर्ट में बताया गया है की इस सप्ताह मुंद्रा पोर्ट पर ऑस्ट्रेलिया का चना एवं कनाडा से मटर का भारी मात्रा में आयात हुआ है। 20 सितम्बर को चेन्नई पोर्ट पर ब्राजील से उड़द व तुअर भी भारी मात्रा में आया। और अभी आयात जारी है, जिससे उड़द के भाव एक दम नीचे गिर गये। धान और मक्का दामों में भी भारी गिरावट जारी है।
व्यापारी संघों द्वारा दी गई जानकारी अनुसार विदेश से सफ़ेद मटर, तंजनिया चना, अफ्रीकन अरहर बिना शुल्क एवं ऑस्ट्रेलिया से चना 10 प्रतिशत व मसूर 10 प्रतिशत शुल्क पर बड़ी मात्रा में आयत किया जा रहा है। इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। अभी ही किसानों को समर्थन मूल्य से बहुत नीचे अपना उत्पाद बेचना पड़ रहा है। वे घाटे में खेती कर रहे हैं, अधिक मात्रा में इसके आयात से किसानों पर इसका सीधा असर पड़ेगा। वे तबाह होने की कगार पर खड़े हो जाएंगे। इससे व्यापारियों को भी नुकसान होगा। विडंबना है की सरकार को किसानों से समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पाद खरीदने में परहेज है, वहीं विदेशो से आयत करने में उसे कोई दिक्कत नहीं है। विदेशी ताकतों के दवाब के आगे देश के किसानो के हितो की अनदेखी कतई बर्दास्त नहीं की जाएगी।
लगता है आयत निर्यात पर सरकार अपना नियंत्रण खो चुकी है। भारत कृषक समाज एवं कृषक संगठनों की नीति आयोग, केंद्रीय वित्त मंत्री एवं कृषि मंत्री जी के साथ हुई विगत बैठको मे कृषि उत्पाद की आयात निर्यात नीति पर चर्चा कर, किसानों के हितो को ध्यान में रखकर बनाया गया सर्वमान्य विस्त्रित ड्राफ्ट सौपा गया था, सरकार ने उसे लागू करने का आश्वासन भी दिया था, परन्तु लगता है अफसरशाही इसके क्रियांवयन में बहुत बड़ा रोड़ा बना हुआ है। बड़े उद्योगपतियों के प्रभाव के चलते सब बेबस नजर आते हैं। किसानों की ओर से भारत कृषक समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंजी. के के अग्रवाल द्वारा प्रधानमंत्री एवं मुख्य मंत्री को पत्र लिखकर केंद्र व प्रदेश सरकार से इस विषय को संज्ञान में लेकर शीघ्र कार्यवाही की मांग की गई है।
अग्रवाल ने सभी किसान संगठनों से आग्रह किया है की वे एक जुट होकर सरकार पर दवाब बनाने आगे आएं। हमारे नुमाइंदे सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि गणो को भी इस गंभीर मुद्दे पर किसानों का सहयोग करने आग्रह किया गया है। देश के विभिन्न प्रांतो के कृक्षक प्रतिनिधियों से भी अपने अपने क्षेत्र के सांसदों से भेंट कर इस विषय को सरकार के समक्ष गंभीरता से उठाने हेतु दवाब डालने की अपील की गई है। कृषक समाज के जिला उपाध्यक्ष सुभाष चंद्रा, सचिव रूपेंद्र पटेल, किसान सेवा सेना के जितेंद्र देसी ने बताया की जिले के किसान प्रतिनिधि शीघ्र ही सांसद विधायकों से मिलकर इस सम्बन्ध में चर्चा कर उन पर सहयोग करने हेतु दवाब बनाएंगे







