धुआं-धुआं बांग्लादेश: 27 जिलों में हिंदुओं का कत्लेआम, घरों और दुकानों में लूट, 54 मंदिरों को फूंका
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हालात से बद से बदतर होते जा रहे हैं। आरक्षण विराेधी आंदाेलन हिंसक रूप ले चुका है। देश में हिंदुओं पर हमले शुरू हो गए हैं। 27 जिलों में घरों में घुसकर हिंदुओं के साथ मारपीट की जा रही है। हिंदुओं के घरों में आग लगाई जा रही और उनकी दुकानें लूटी जा रही है। हिंदुओं का बेरहमी से कत्लेआम हो रहा है। मंदिरों को आग के हवाले से किया जा रहा है। हिंसा की आग में जल रहे बांग्लादेश में जगह- जगह धुआं उठ रहा है। हिंदूओं की बस्तियों में चीख-पुकार मची है। पूरे देश में दंगाइयों ने हिंसा, आगजनी, लूटपाट और हत्या से आतंक का तांडव मचा दिया है।
हिंसा, हत्या और लूट के बीच सरकार बनाने में व्यस्त सेना
देश में दंगा, आगजनी, लूट, हत्या और हिंसा के बीच सेना सरकार गठन में व्यस्त है। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद देश की कमान संभाल रही सेना, अराजक तत्वों के आगे बेबस नजर आ रही है। आरक्षण के विरोध में शुरू हुआ छात्रों का शांतिपूर्ण आंदोलन अब हिंसा और अराजकता की भेंट चढ़ चुका है। सोमवार की रात राजधानी ढाका की सड़कों पर दंगाइयों ने जमकर उत्पात मचाया। दंगाई सड़कों पर उतर कर फायरिंग करते रहे। जहां भी हिंदुओं की दुकानें और घर नजर आई, आग लगा दी गई।
हिंदू बस्तियों में घुस रही दंगाइयों की टोली
सोशल मीडिया पर बांग्लादेश हिंसा की कई तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। इनमें से कुछ तस्वीरें इतनी विभत्स है कि हम आपको यहां दिखा तक नहीं सकते। बांग्लादेश डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार की रात देश के 27 जिलों में हिंदुओं के घरों और दुकानों पर हमले हुए। दंगाइयाें ने टोली या छोटे-छोटे झुंड बनाकर हिंदू बस्तियों पर धावा बोला। हिंदुओं के घरों में घुसकर लोगों को मारपीट कर बाहर निकाला। पूरा सामान लूटने के बाद आग के हवाले कर दिया। विरोध करने वाले हिंदुओं को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया।
इस्कॉन और काली मंदिर में लगाई गई आग
दंगाइयों ने सोमवार की रात बांग्लादेश के खुलना डिवीजन में एक इस्कॉन मंदिर को फूंक दिया। एक काली मंदिर में भी तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी। इस्कॉन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंदा दास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेहेरपुर में किराए की जगह पर बना हमारा मंदिर जला दिया गया। मंदिर में स्थापित भगवान जगन्नाथ, बालदेव और सुभद्र देवी की मूर्तियां खंडित करने के बाद जला दी गई। मंदिर परिसर में रहने वाले तीन भक्तों ने किसी तरह से भाग कर अपनी जान बचाई।
देश भर में 54 मंदिरों पर हमला और आगजनी
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध और क्रिश्चन यूनिटी काउंसिल ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा कि देश में 54 मंदिरों, हिंदुओं के घरों और उनके संस्थानों पर हमले हुए हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक आदान- प्रदान के लिए काम करने वाले इंदिरा गांधी कल्चरल सेंटर में भी आग लगा दी गई। बांग्लादेश में हिंदुओं पर यह हमले 2021 में भड़की सांप्रदायिक हिंसा से भी भयानक है। बता दें कि पीएम मोदी जब 2021 में बांग्लादेश के दौरे पर पहुंचे थे तब भी देश में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक हिंसा भड़की थी। सैकड़ों हिंदू परिवारों पर हमले हुए थे।
दो हिंदू पार्षदों की बेरहमी से हत्या
रंगपुर सिटी कॉर्पोरेशन के हिंदू पार्षद हरदान रॉय की रविवार को हत्या कर दी गई। इसके साथ ही काजल रॉय नामक एक दूसरी हिंदू पार्षद को भी दंगाइयों ने माैत के घाट उतार दिया। ब शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ ही देर बाद भड़की हिंसा में हिंदुओं को निशाना बनाया जाने लगा। रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन में करीब 100 लोगों की मौत हुई। हरदान रॉय की मॉब लिंचिंग की जानकारी प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने दी। सान्याल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि एक बंगाली हिंदू और शरणार्थियों का वंशज होने के नाते मेरे लिए यह बेहद डरावना है।
मंदिरों की रखवाली कर रहे मुसलमान
बांग्लादेश के एक हिंदू एक्टिविस्ट ने पिरोजपुर जिले का एक वीडियो शेयर किया है। इसमें एक लड़की मदद की गुहार लगाती नजर आ रही है। एक दूसरे वीडियो में चिटगाॅन्ग में एक भीड़ नवग्रह बारी इलाके में एक मंदिर को आग लगाते नजर आ रही है। ऐसी कई तस्वीरें देश भर से सामने आ रही है। वहीं कुछ ऐसी भी तस्वीरें सामने आई है जो हिंसा और हत्या के बीच राहत देने वाली हैं। कुछ जगहों पर मुस्लिम संप्रदाय के लोग हिंदूओं के धार्मिक स्थलों और मंदिरों की रखवाली करते नजर आ रहे हैं।
बांग्लादेश में आम है हिंदुओं के साथ अत्याचार
बता दें कि मौजूदा समय में बांग्लादेश में करीब 8% हिंदू आबादी है। देश में करीब 1 करोड़ से ज्यादा हिंदू रहते हैं। 1951 में बांग्लादेश के गठन के वक्त देश में हिंदुओं की आबादी करीब 22% थी। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1964 और 2013 के बीच धार्मिक उत्पीड़न की वजह से करीब 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा हिंदुओं ने बांग्लादेश छोड़ा है। बांलादेश में हिंदुओं के साथ अत्याचार आम बात है।
बांग्लादेशी हिंदुओं में खाैफ का माहौल
बांग्लादेश के हिंदू संगठन ओकिया परिषद के संयुक्त महासचिव मोहिंदर कुमार नाथ ने कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओं को अभी और भी हमले होने का डर सता रहा है। देश में हिंदू राे रहे हैं। कह रहे हैं कि उनके साथ मारपीट हो रही है। हिंदुओं का कहना है कि हमारी दुकानें और घरों को लूटा जा रहा है। आखिर हमारी गलती क्या है? क्या यही हमारी गलती है कि हम इस देश के नागरिक हैं। ऐसे हमले जारी रहे तो हम कहां जाएंगे। मोहिंदर कुमार नाथ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आखिर हम हिंदू कम्युनिटी के लोगों को कैसे सांत्वना दें।