
पीएम मोदी और सीएम नायडू ने जताया दुख, मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। प्रधानमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भी इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि बुधवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान के मूल स्वरूप के दर्शन के लिए एकत्र हुए थे। आधी रात को भारी बारिश के कारण एक दीवार गिर गई, जिससे दुर्भाग्यवश कई लोगों की जान चली गई। मुख्यमंत्री नायडू ने मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये और घायलों को 3 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। इसके अतिरिक्त, बंदोबस्ती विभाग के अंतर्गत आने वाले मंदिरों में आउटसोर्सिंग पदों के माध्यम से प्रभावित परिवार के सदस्यों को नौकरी के अवसर भी दिए जाएंगे।
चंदनोत्सव के दौरान मची चीख-पुकार
श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी के वार्षिक चंदनोत्सव के लिए सैकड़ों श्रद्धालु सिंहाचलम दिव्य क्षेत्र पहुंचे थे। भारी बारिश के बीच, 300 रुपये के टिकट काउंटर के पास अचानक 20 फीट लंबी दीवार गिर गई। इस घटना में मलबे में दबने से 7 लोगों की मौत हो गई, जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। दीवार गिरने से मंदिर परिसर में चीख-पुकार मच गई और श्रद्धालु जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
राहत और बचाव कार्य जारी
घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि शवों को विशाखापत्तनम केजीएच ले जाया गया। अधिकारियों ने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर राहत और बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। गृह मंत्री अनीता और कलेक्टर हरिंद्र प्रसाद और सीपी शंखब्रत बागची व्यक्तिगत रूप से बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने भी बड़ी संख्या में पहुंचकर बचाव कार्य में मदद की। जिला कलेक्टर हरेंद्र प्रसाद ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों की निगरानी की, वहीं गृह और आपदा प्रबंधन मंत्री वंगलपुडी अनिता ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।