जबलपुरदेशभोपालमध्य प्रदेशराज्य

स्टेशन के प्रीपेड बूथ बंद होने से यात्रियों की जब हो रही ढीली

ट्रेन आते ही यात्रियों की तरफ टूट पड़ते हैं ऑटो चालक मनमाने ढंग से बसूला जा रहा है किराया. संबंधित मौन

जबलपुर यशभारत।
मुख्य रेलवे स्टेशन में यात्रियों की सुविधाओं के लिए प्लेटफार्म नंबर एक एवं छः के बाहर अलग-अलग ऑटो प्रीपेड बूथ बनाए गए थे। इसके शुरुआती दौर में तो इस सुविधा से यात्रियों को काफी राहत महसूस की थी जिससे उनको नियमानुसार किराया भी लगता था और वह सुरक्षित अपने घर को पहुंचते थे। किंतु लंबे समय से यह ऑटो प्रीपेड बूथ का संचालन ठंडे बस्ते में चला गया। जिससे अब हालात है कि ऑटो चालकों की स्टेशनों पर धमा चौकड़ी मची हुई है और वह यात्रियों से मनमाफिक किराया वसूल रहे हैं। जिससे यात्रियों की जेब ढीली हो रही है। और जबलपुर रेलवे स्टेशन पर प्रीपेड बूथ बंद होने से यात्री परेशान हैं।
2000 ऑटो का है रजिस्ट्रेशन
वही यह संबंध में जब यातायात विभाग से संपर्क किया गया उसके अनुसार रेलवे स्टेशन से यात्रियों की सुविधाओं के लिए संचालित होने वाले ऑटो प्रीपेड बूथ में 2000 रजिस्ट्रेशन होने की बात सामने आई है। जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है. इस बूथ के बंद होने से लोग ऑटो और ई-रिक्शा चालकों से मनमाने तरीके से किराया वसूलने के लिए मजबूर हैं।
मनमाने ढंग से बसूला जा रहा किराया
मुख्य रेलवे स्टेशन के आटो प्रीपेड बूथ बंद होने से परेशान न केवल यात्री परेशान हो रहे हैं वहीं ऑटो चालकों और यात्रियों के बीच किराए को लेकर तू.. तू ..में ..में ..भी हो जाती है। शहर एवं दूरदराज से आए यात्रियों को ऑटो और ई-रिक्शा चालकों से मनमाने तरीके से किराया देना पड़ रहा है।
बाहरी यात्रियों से ज्यादा हो रही लूट खसोट
मुख्य रेलवे स्टेशन से आटो प्री-पेड बूथ व्यवस्था पूरी बंद होने से दूसरे शहरों से आने वाले यात्रियों को शहर के ऑटो चालक जमकर लूट रहे हैं। ऐसे में शहर की छवि तो खराब हो ही रही है। वहीं ऑटो चालकों की बदसलूकी का संदेश भी गलत जा रहा है। बता दें कि जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक एवं छः के बाहर प्रीपेड ऑटो बूथ लगाया गया था। शुरू के कुछ दिनों में यह बूथ चलता रहा। लेकिन बाद में जल्दी इस पर ताला लग गया।नतीजा यह है कि यात्रियों को किराए के रूप में लुटना पड़ रहा है। बावजूद इसके जबावदेहो का ध्यान इस ओर आकृष्ट नहीं हो रहा है।
ट्रेन आते ही टूट पड़ते हैं ऑटो चालक
रेलवे स्टेशन पर ट्रेन आते ही ऑटो चालक पैदल पुल एस्केलेटर मुख्य द्वार सहित टिकट हॉल के बाहर ही जमावड़ा लगाकर खड़े हो जाते हैं और यात्रियों से ऑटो में चलने का दबाव बनाते रहते हैं। ऑटो चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। रात व अलसुबह के समय तो चालक किराए में तीन से चार गुना तक वृद्धि कर देते हैं।
नहीं हो रहा नियमों का पालन
मुख्य रेलवे स्टेशन पर लगे प्रीपेड बूथ पर शहर के सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर जाने के लिए ऑटो का किराया तय किया हुआ है। इसके लिए प्रीपेड बूथ पर संबंधित जगह का नाम और उसके आगे किराए राशि भी अंकित होती है। प्रीपेड बूथ बंद होने की वजह से तय किराए के नियमों की पालना नहीं हो रही है। ऑटो चालक निर्धारित किराए राशि पर चलने के लिए तैयार नहीं होते हैं और अपनी मर्जी से किराया तय करते हैं।
जीआरपी के अधीन होने की चर्चा
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक एवं छः के आटो प्रीपेड बूथ का संचालन यातायात के जिम्मे में था जो अब लंबे समय से बंद पड़े हुए हैं वही यह संबंध में यदि रेलवे सूत्रों की माने तो उक्त प्रीपेड बूथों का संचालन जीआरपी के हाथों में जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WhatsApp Icon Join Yashbharat App