एमपीईबी नहीं चाहता कि जबलपुर जनपद के 56 ग्राम पंचायत के लोग पानी पिएः दिसंबर के बाद भी नलजल योजना के तहत नहीं लगाए गए ट्रांसफार्मर

जबलपुर, यशभारत। एमपीईबी मतलब मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड । इस विभाग के कार्य की जानकारी सभी को है लेकिन एक महत्वपूर्ण जानकारी जानकर सभी हैरान हो जाएंगे। दरअसल इस विभाग की लापरवाही के कारण जबलपुर जनपद की 56 ग्राम पंचायतों में पीने का पानी नहीं पहंुच पा रहा है। अब इन पंचायतों के ग्रामीण भी यही कहने लगे कि एमपीईबी नहीं चाहता है कि ग्रामीण पानी पिए।

मालूम हो कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में नवीन नलजल योजना के तहत प्रत्येक घर में पानी पहंुचाने के लिए पाइप लाइन बिछा रहा है। प्रायः सभी पंचायत के गांवों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूरा हो चुका है। लेकिन कुछ जनपदों में एमपीईबी की लापरवाही के कारण बिछी पाइप लाइनों से ग्रामीणों के घर तक पानी नहीं पहंुच पा रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण जबलपुर जनपद है। इस जनपद की 56 ग्राम पंचायतों के गांवों में नलजल योजना के तहत ग्रामीणों के घर तक शुद्व पेयजल पहंुचा जाना था लेकिन उंगली में गिनने वाली पंचायतों में यह योजना सुचारू रूप से संचालित हो पाई है शेष पंचायतों के ग्रामीण आज भी बंूद-बंूद पानी को मोहताज है।
ट्रांसफार्मर के पैसा जमा फिर भी विभाग काम नहीं करना चाहता है
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पीएचई के अधिकारियों से बात की तो उनका कहना था कि किस गांव और पंचायत में कितने बिजली के ट्रांसफार्मर रखे जाना है इसकी सूची बहुत पहले ही एमपीईबी विभाग को दी जा चुकी है यही नहीं ट्रांसफार्मर का पैसा भी विभाग को दिया जा चुका है।
2021 में बिछ गई पाइप लाइन
नलजल योजना के तहत साल 2021 के अक्टूबर-नवंबर में पाइप लाइन बिछाने का काम पीएचई विभाग कर चुका है। मगर ट्रांसफार्मर नहीं रखने की वजह से बोरिंगों में मोटर नहीं डाली जा सक रही है। इस वजह से ग्रामीणों के घरों तक पीने का पानी नहीं पहंुच पा रहा है। जानकर हैरानी होगी कि पीएचई को नलजल योजना का काम 8 माह में पूरा कर लेना था लेकिन एमपीईबी अधिकारियों की लापरवाही के कारण एक साल बाद भी यह काम पूरा होता नहीं दिख रहा है।
लाखों नहीं करोड़ों रूपयों का प्रोजेक्ट
बताया जा रहा है कि नलजल योजना का प्रोजेक्ट लाखों नहीं करोड़ांे का है और इसके लिए सरकार जिला पंचायत और लोक निर्माण विभाग को पर्याप्त पैसा उपलब्ध करा रही है। हालांकि कलेक्टर डाॅक्टर इलैयाराजा टी लगातार इस प्रोजेक्ट पर नजर रख रहे हैं। बीते दिनों एक बैठक में कलेक्टर द्वारा एमपीईबी अधिकारियों को हिदायत दी चुकी है।
पाइप लाइन हो रही खराब
एमपीईबी की लापरवाही के कारण पाइप लाइन खराब हो रही है। कुछ ऐसी पंचायतें है जहां से पाइप लाइन चोरी भी हो रही है। इसको लेकर पीएचई विभाग भी परेशान है क्योंकि पाइप लाइन बिछाने में जो व्यय हुआ है वह दोबारा नहीं मिलेगा। इस स्थिति में पंचायतों में महत्वकांक्षी पूर्ण रूप से संचालित नहीं हो पाएगी।
ग्राम पंचायत उमरिया में खिड़कियों से बांध दी पाइप लाइन
जबलपुर जनपद की ग्राम पंचायत उमरिया में नलजल योजना के बुरे हाल है। स्थिति ऐसी है कि ग्रामीणों ने योजना का लाभ मिलते न देख तो पाइप लाइनों को खिड़कियों में बांध दिया है। कुछ स्थानों पर नालियों पर पाइप लाइन दफन हो गई है। ग्रामीण दयाशंकर उपाध्याय, मुकेश रजक, अशोक पटेल, बेड़ी चक्रवती, रामकिशोर ने बताया कि जल्द ही बिछी पाइप लाइन में पानी नहीं पहंुचा तो पूरी लाइन खराब हो जाएगी।