मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी उत्तरपुस्तिका गीली होने का मामला कौन गीली कर गया आंसरसीट, जांच हुई पर पता नहीं चला, ईसी बैठक के मिनिटस जारी नहीं होने को लेकर बवाल

जबलपुर, यशभारत। मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के दो कॉलेजों की उत्तरपुस्तिका गीली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। यूनिवर्सिटी ने पूरे मामले की जांच कराकर रिपोर्ट राजभवन भेज दी है लेकिन आंसरशीट कैसे गीली हुई इसका पता अभी तक नहीं चला। इधर यूनिविर्सटी के ईसी मेम्बर इस बात को लेकर हैरान है कि विवि ने जांच करा ली लेकिन उन तक खबर नहीं पहुंची। किससे और कैसे जांच करा ली गई क्योंकि ईसी की बैठक में जो मिनिटस तैयार हुए थे उसमें तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाने को कहा गया था लेकिन आज तक विवि ने बैठक के मिनिटस जारी नहीं किए।
इसी बैठक में जांच का जिक्र नहीं किया
बताया जा रहा है कि कॉपियां भीगने का मामला तब पकड़ में आया, जब यह कॉपियां डिजिटल स्कैनिंग के लिए संबंधित शाखा में पहुंची। संबंधित शाखा के कर्मचारी ने इसकी सूचना कुलपति ऑफिस को दी तो उन्होंने डीन मेडिकल कॉलेज जबलपुर और एक अन्य सीनियर प्रोफेसर की कमेटी बनाकर जांच शुरू करवा दी। लेकिन जांच रिपोर्ट ईसी की बैठक में नहीं रखी। इस जांच में सदस्यों ने पाया कि कुल 6 कॉपियां ही भीगी हुई थी। जबकि इस मामले में लापरवाही को लेकर कानूनी कारवाई की जानी थी।
6 कापियां गीली हुई, जांच रिपोर्ट भेज दी
कुलसचिव डॉ.पुष्पराज बघेल ने बताया कि 6 कापियां गीली हुई थी जिसकी जांच पूरी कराके रिपोर्ट भोपाल मुख्यालय भेज दी है। कापियां कैसे गीली हुई इसका पता लगाया जा रहा है। एफआईआर इसलिए नहीं कराई गई है क्योंकि अभी अपराध साबित नहीं हुआ है।
कौन सी और कैसी जांच, नहीं मालूम
मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के ईसी मेम्बर सुनील राठौर ने बताया कि ईसी की बैठक में तीन सदस्यीय कमेटी से जांच कराने का प्रस्ताव पास हुआ है लेकिन विवि कौन से और कैसे जांच करा ली इसकी जानकारी नहीं है। कुलपति ने ईसी बैठक क मिनिटस भी जारी नहीं किए हैं। कमेटी ने जो सदस्य नामित किए हैं उनसे ही जांच कराने का प्रावधान है।