निरंदपुर समिति में धान तौल के नाम पर लूट – एक किसान को तुलाई से लेकर पल्लेदार पर खर्च करना पड़ रहा 50 रूपए

जबलपुर, यशभारत। एक और जहां सरकार किसानों के लिए सुविधाएं मुहैया कराने की बात धान खरीदी केंद्रों में कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर निरंदपुर समिति प्रबंधन द्वारा किसानों से हर बात का पैसा लेकर लूटा जा रहा है। किसानों का आरोप है कि धान बेचने व उसके परिवहन के 20 रुपए, 3 रुपए प्रति क्विंटल सिलाई एवं 20 रुपए क्विंटल की पल्लेदारी वसूली जा रही है। कुल मिलाकर करीब 50 से 53 रुपए किसानों को अतिरिक्त पैसा देना पड़ रहा है जबकि शासन के नियमानुसार किसान अपने धान को केंद्र में रखने के उपरांत उसे कुछ भी करना नहीं होता है लेकिन जिले के कई केंद्रों में किसानों खुद ही अपने धान का वजन करते हैं। किसानों ने नाम न बताने पर बताया कि प्रबंधक राजेश पटेल और प्रभारी अजीत दुबे अज्जू पटेल, भोला ठाकुर एवं सर्वेयर द्वारा किसानों से हर चीज का पैसा लिया जाता है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
नरेंद्रपुर सोसाइट के खरीदी केंद्र दो जगह बनाए चौधरी वेयरहाउस ग्राम मुडिया एवं आइडियल वेयरहाउस पनागर रोड पिपरिया के वेयरहाउस भर जाने के कारण किसानों को करीब 10 किलोमीटर दूर दूसरी वेयर हाउस अपनी उपज लेकर जाना पड़ रहा है। इसी बीच सोमवार को निरंदपुर सोसाइटी का वीडियो वायरल हुआ है जिसमें किसान नरेंद्रपुर खरीदी केंद्र के प्रभारी से बात करते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में किसान हर बात का पैसा लिए जाने से नाराज हैं। वहीं प्रभारी द्वारा उन्हें समझाया जा रहा है कि कितना पैसा किस बात का लग रहा है।
जो खरीदी कर रहे उन पर गबन के आरोप
इस मामले में युवा कांग्रेस पनागर के विधानसभा अध्यक्ष अमन गोस्वामी का कहना है कि खरीदी शुरू होने के पूर्व ही कलेक्टर और फूड कंट्रोलर को केंद्र न बनाने की सलाह दी थी क्योंकि जिन लोगों से खरीदी करवाई जा रही है उन पर पहले से ही गबन के आरोप है लेकिन उसके बावजूद केंद्र खोला गया। यह खरीदी केंद्र नहीं भ्रष्टाचार एवं वसूली का केंद्र बन गया है। वहीं प्रबंधक राजेश पटेल का कहना है कि किसानों से कोई पैसे नहीं लिए जा रहे हैं। किसानों को हर तरह की सुविधा दी जा रही है।