मेट्रो प्रोजेक्ट में तुर्की कंपनी को ठेका, कैलाश विजयवर्गीय बोले, भारत विरोधी मानसिकता बर्दाश्त नहीं

मेट्रो प्रोजेक्ट में तुर्की कंपनी को ठेका, कैलाश विजयवर्गीय बोले, भारत विरोधी मानसिकता बर्दाश्त नहीं
भोपाल/इंदौर। मेट्रो परियोजना से जुड़ी एक विदेशी कंपनी को लेकर उठे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए साफ कहा है कि “राष्ट्र सर्वोपरि है, भारत विरोधी मानसिकता का कोई स्थान नहीं है।” उन्होंने यह बयान उस समय दिया, जब यह जानकारी सामने आई कि मेट्रो की टिकटिंग प्रणाली का ठेका एक तुर्की कंपनी को दिया गया है।
विजयवर्गीय ने अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत की संप्रभुता के खिलाफ खड़े किसी भी तत्व को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उन्हें इस संबंध में शिकायत मिली थी, जिसके बाद उन्होंने प्राथमिक स्तर पर ही इस संवेदनशील विषय को गंभीरता से लेते हुए ठेका निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा, अगर यह सिद्ध होता है कि कंपनी तुर्की की है और भारत विरोधी गतिविधियों से किसी भी रूप में जुड़ी है, तो उसके साथ कोई भी समझौता अस्वीकार्य होगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसे देश जो भारत के खिलाफ षड्यंत्र में शामिल हैं या उनका समर्थन करते हैं, उन्हें किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि भारत और तुर्किये के बीच हालिया कूटनीतिक तनाव अब प्रदेश की मेट्रो परियोजनाओं पर भी असर डालता नजर आ रहा है। राज्य सरकार ने संकेत दिए हैं कि यदि किसी विदेशी कंपनी की भूमिका देशविरोधी पाई गई, तो उसे तत्काल प्रभाव से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।