JABALPUR NEWS- मेडिकल यूनिवर्सिटी के 100 करोड़ में बैंकों की नजरः ज्यादा ब्याज का लालच देकर अपने-अपने बैंकों में जमा कराना चाहते हैं पैसा

जबलपुर, यशभारत। मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। यूनिवर्सिटी के पैसों में अभी तक स्टाफ की नजरें थी लेकिन इसमें अब बैंकें शामिल हो गई है। दरअसल यूनिवर्सिटी के पास 100 करोड़ से ज्यादा की राशि है और विवि चाहता है कि यह राशि अलग-अलग बैंकों में न जमा होकर एक ही बैंक में जमा हो। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब बुधवार को यूनिवर्सिटी में पंजाब नेशनल बैंक के दो अधिकारी पहंुचे। उन्होंने विवि अधिकारियों से बात की उनके बैंक में 100 करोड़ से ज्यादा की राशि एफडी के तौर पर जमा है पर बगैर नोटिस दिए एफडी को तोड़ने की बात हो रही है।
बाद में बैंक के दोनों अधिकारियों को पता चला कि यह सब ब्याज के चक्कर में हो रहा है। यूनिवर्सिटी के कुछ अधिकारी बैंकों से ज्यादा ब्याज प्राप्त करना चाहते हैं इसलिए इस तरह का खेल रचा गया।
कुलपति-कुलसचिव ने प्लान फेल कर दिया
विवि सूत्रों का कहना है कि इतनी भारी भरकम राशि का ज्यादा ब्याज मिले इसके लिए विवि के कुछ अधिकारियों ने साजिश रची। उनका यह कदम कुछ हद तक सफल भी हो गया लेकिन पोल उस वक्त खुल गई जब पंजाब नेशनल बैंक अधिकारी एफडी तोड़ने की बात पर विवि पहुंच गए। कुलपति और कुलसचिव को इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने पूरे मामले को संज्ञान में लिया और किसी एक बैंक में पूरी राशि जमा करने की बात कही।
100 करोड़ राशि बहुत बैंकें दे रही मनमाफिक ब्याज
बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी की 100 करोड़ की राशि पर सभी बैंकों की नजर है। इसके लिए सब बढ़ा-चढ़ाकर ब्याज देने को तैयार है। अभी पीएनबी करीब 5 प्रतिशत ब्याज दे रही है कि जब अन्य बैंकें इससे ज्यादा ब्याज देने को तैयार है। भारी भरकम राशि को अपने-अपने बैंकों में जमा कराने के लिए बैंकों के अधिकारी विवि अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहे हैं। कहा जा रहा है कि अधिकारियों को इसका कमीशन भी देने की बात हो रही है।