डायरिया का बढ़ रहा प्रकोप, डिंडोरी-मंडला जिले में सबसे ज्यादा केस आए सामने, जबलपुर जिले के 3 गांवों में अभी तक 160 मरीज आए सामने .Increasing outbreak of diarrhea,
स्वास्थ्य अमला मैदानी स्तर में जुटा
जबलपुर,यशभारत। बारिश के मौसम में डायरिया अपने पैर पासरते चला जा रहा है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग का अमला मैदानी स्तर पर जुटा हुआ है। विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा डायरिया से पीड़ित मरीज डिंडोरी और मंडला जिले में मिले हैं जबकि जबलपुर में ये आंकड़ा 160 है। बढ़ रहे आंकड़ों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अमले द्वारा संबंधित इलाकों में ब्लीचिंग का काम कराया जा रहा है लोगों को क्लोरीन की टैबलेट दी जा रहीं हैं और उनसे कहा जा रहा है वे पानी उबालकर पिएं। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा ने कहा है कि सभी जगहों पर दवाईयां उपलब्ध हैं और डायरिया को कंट्रोल करने नई दवाईयों को भी शामिल किया जा रहा है। श्री मिश्रा की माने तो हालात अभी नियंत्रण में है। विदित हो कि बारिश के समय डायरिया और उल्टी की समस्याएं होतीं हैं जिसमें मुख्यत: खराब पानी का पीना शामिल होता है।
इस संबंध में कलेक्टर दीपक सक्सेना ने यशभारत को बताया कि जबलपुर जिले में 3 जगहों पर डायरिया के मरीज सामने आए थे। जिनमें पड़रिया गांव के पास, महगंवा गांव और पाटन के पौड़ीकला गांव शामिल है। इन जगहों पर स्वास्थ्य अमले व पानी चैक करने वाले अमले को भेजकर निरीक्षण करवा दिया गया है और पानी की क्वालिटी सुधारने प्रयास किया जा रहा है। जहां बहुत गंदा पानी आ रहा है वहां टैंकरों से पानी भिजवाया जा रहा है। मामले में ठेकेदार की लापरवाही के बारे में कलेक्टर ने कहा कि जांच के बाद अगर संबंधित ठेकेदार दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा ने यशभारत को बताया कि डायरिया के डिंडोरी, मंडला और जबलपुर में मरीज सामने आए हैंं। डिंडोरी में 400, मंडला में 280 और जबलपुर में अभी तक 160 डायरिया पॉजीटिव मरीज सामने आए हैं। जिसके तहत डिंडोरी में 6 , मंडला में 5 और जबलपुर में 6 मौतें हो चुकीं हैं। सीएमएचओ के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इन मौतों के किए गए ऑडिट के बाद सामने आया कि इन आंकड़ों में से कुछ मौतें डायरिया से नहीं हुई है।
000000000