
जबलपुर यश भारत। यश भारत द्वारा शनिवार के अंक में समाचार प्रकाशित किया गया था कि खरीदी शुरू होने के पहले ही वृताकार सेवा सहकारी समिति पनागर का उपार्जन केंद्र जो की जय श्री कृष्णा वेयरहाउस काला डूमर में खोला गया है वहां उपार्जन शुरू होने के पहले ही धान के ढेर लगा दिए गए थे। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आए और मौके पर पहुंचकर वास्तविकता की जांच की। जांच के दौरान पता चला कि उक्त धान वेयरहाउस संचालक के भाई की है, लेकिन प्रशासन द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि 2 दिसंबर के पहले कोई भी किसान अपनी उपज गोदाम में नहीं ले कर जाएगा और 2 तारीख पर भी वही किसान अपनी धान लेकर आएंगे जिनके स्लॉट उस तारीख के बुक हो चुके हैं। ऐसे में वेयरहाउस के सामने डंप की गई धान को पूरी तरह से नियम वृद्धि माना गया है। जबलपुर एसडीएम द्वारा उक्त गोदाम से उपार्जन केंद्र हटाने को लेकर प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा जा रहा है। इसी तरह का मामला मझौली की खांड समिति के केंद्र निसिका वेयरहाउस में भी सामने आया था। जिस प्रकार पर कार्यवाही करते हुए तत्काल केंद्र को हटा दिया गया था और अब वैसी ही कार्रवाई यहां हुई है।
हो सकता है ब्लैकलिस्टेड
इस पूरे मामले में कयास लगाए जा रहे हैं कि जय श्री कृष्णा वेयरहाउस को प्रशासन द्वारा ब्लैकलिस्टेड करने के लिए वेयरहाउसिंग कारपोरेशन को कहा जा सकता है। क्योंकि इसके पहले निशिका वेयरहाउस में भी इसी तरह का मामला सामने आया था तो कलेक्टर दीपक सक्सेना ने तत्काल प्रभाव से वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन को आदेश दिया था कि उक्त वेयरहाउस को ब्लैकलिस्टेड किया जाए। इसके बाद कॉरपोरेशन द्वारा ब्लैकलिस्टेड करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है जिसको लेकर वेयरहाउस मलिक को नोटिस भी जारी किया गया है।
टीम के द्वारा जय श्री कृष्णा वेयरहाउस में जाकर जांच की गई थी। जहां गोदाम के सामने धान के ढेर मिले थे जो कि नियम विरुद्ध है। जिसके चलते इस वेयरहाउस से उपार्जन केंद्र कहीं और स्थानांतरित किया जाएगा।
अभिषेक सिंह
एसडीएम जबलपुर