जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

एक तो चुनाव ड्यूटी, प्रशासनिक अव्यवस्था से रो पड़ा कर्मचारी

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जबलपुर, यशभारत। 17 तारीख को जबलपुर सहित पूरे मध्यप्रदेश में मतदान सम्पन्न हुआ है। लंबी प्रक्रिया के बाद वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। परंतु जिले की चुनावी व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। मतदान कराके और ईव्हीएम जमा करने के बाद घर पहुंचे कर्मचारियों ने पूरी व्यवस्थाओं पर आंसू बहाते हुए पोल खोल दी है। हालांकि जिम्मेदार अधिकारी कहते नजर आए कि व्यवस्थाएं बेहतर थी।
कर्मचारियों की माने तो मतदान केंद्र पहुंचने के पहले जो वाहन और पर्ची उपलब्ध कराई गई थी उसमें सबसे बड़ी विसंगति सामने आई। कुछ कर्मचारियों को जिस वाहन में बैठना था उसकी पर्ची न देकर दूसरे गाड़ी की पर्ची थमा दी गई। ऐसी स्थिति में कर्मचारियों को कई घंटे अपना मतदान वाहन ढ़ूढने में निकल गया। लंबी जददोजहद के कर्मचारियों को गाड़ी मिली तो मतदान केंद्रों में अव्यवस्थाओं का आलम था।
ईव्हीएम जमा करने में घंटों लगे
कर्मचारियों ने बताया कि मतदान केंद्रों में अव्यवस्थाओं का सामना करने के बाद जब जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि ईव्हीएम जमा करने पहुंचे तो यहां पर भी अधिकारियों की लापरवाही नजर आई। दरअसल मतदान सामग्री जमा करने के लिए 3 अधिकारियों की तैनाती की गई थी जिसमें एक कर्मचारी को 3 पर्ची जमा करने को दी गई थी प्रत्येक अधिकारी से पावती लेनी थी। परंतु सामग्री जमा वाले स्थान पर जिम्मेदार अधिकारी घंटों इधर से उधर होते रहे सामग्री घंटों बाद जमा की गई।

रात के समय महिला कर्मचारी हुई सबसे ज्यादा परेशान
पुरूष कर्मचारियों ने अव्यवस्थाओं का सामना कर लिया लेकिन महिला कर्मचारी सबसे ज्यादा परेशानी होती रही। मतदान सामग्री जमा करने पहुंची महिला कर्मचारी देर रात तक सामग्री जमा करने के लिए बैठी रही परंतु कोई भी अधिकारी ने महिला कर्मचारियों की परेशानियों की तरफ ध्यान नहीं दिया। एक महिला कर्मचारी ने नाम छापने की शर्त में बताया कि पिंक बूथ में उसकी ड्यूटी लगाई गई थी बूथ में सिर्फ महिला कर्मचारी शामिल थी। यहां तक महिलाओं को मतदान सामग्री उठाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके बाद मतदान सामग्री जमा करने पहुंचे तो कोई जिम्मेदार अधिकारी उनके पास नहीं आया। ऐसी स्थिति देखकर जब महिला कर्मचारियों ने हंगामा किया तो जल्दबाजी में सामग्री जमा की गई। महिला कर्मचारियों का कहना था कि वह रात 3 बजे घर पहुंची वो भी अपने साधनों से।ड्ड

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