‘कांग्रेस के मॉडल में Family First ही सर्वोपरि है’, राज्यसभा में बोले पीएम मोदी

देश में संसद का बजट सत्र चल रहा है। संसद के दोनों सदनों में अमेरिका से डिपोर्ट किए जा रहे भारतीयों का मुद्दा गरमाया रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने भारत की उपलब्धियों के बारे में दुनिया की भारत से अपेक्षाओं के बारे में और भारत के सामान्य मानवी का आत्मविश्वास, विकसित भारत का संकल्प जैसे सभी विषयों की विस्तार से चर्चा की थी। उन्होंने देश को आगे की दिशा भी दिखाई है। राष्ट्रपति का भाषण प्रेरक भी था, प्रभावी भी था और हम सब के लिए भविष्य का मार्गदर्शक भी था।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लिए फैमिली फर्स्ट है, जबकि हमारे लिए नेशन फर्स्ट है। कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना बहुत बड़ी गलती होगी। यह उनकी सोच से परे है और यह उनके रोडमैप के अनुकूल भी नहीं है, क्योंकि पूरी पार्टी सिर्फ एक परिवार के लिए समर्पित है।
उन्होंने कहा कि यहां पर ‘सबका साथ-सबका विकास’ पर बहुत कुछ कहा गया। ‘सबका साथ-सबका विकास’ तो हम सबका दायित्व है, इसलिए देश ने हम सबको यहां बैठने का अवसर दिया है। कांग्रेस ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार परिवारवाद, तुष्टिकरण आदि का घालमेल था। कांग्रेस के मॉडल में ‘Family First’ ही सर्वोपरि है। इसलिए, उनकी नीति-रीति, वाणी-वर्तन उस एक चीज को संभालने में ही खपता रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि वे देशवासियों के आभारी हैं, जिन्होंने तीसरी बार सेवा करने के लिए चुना। भारत के लोगों ने हमारी प्रगति की नीति को परखा है और हमें अपने वादों को पूरा करते हुए देखा है। हमने लगातार ‘राष्ट्र प्रथम’ के आदर्श के साथ काम किया है। उन्होंने कहा कि 5-6 दशकों तक देश के लिए कोई वैकल्पिक मॉडल नहीं था। 2014 के बाद देश को शासन का एक वैकल्पिक मॉडल मिला है। यह नया मॉडल तुष्टिकरण पर नहीं, बल्कि संतुष्टि पर केंद्रित है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत के पास जो समय है, उसके पल-पल का उपयोग देश की प्रगति के लिए, जन-सामान्य के लिए हो। इसके लिए हमने Saturation का अप्रोच अपनाया। जो योजना बनें, जिनके लिए बनें, उनको उसका शत-प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए। किसी को दिया, किसी को नहीं दिया, उस स्थिति से बाहर आकर Saturation के अप्रोच की ओर हमारे काम को हमने आगे बढ़ाया है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज जातिवाद का जहर फैलाने का प्रयास हो रहा है, लेकिन तीन दशक तक दोनों सदनों में सभी दलों के OBC MPs सरकारों से मांग करते रहे थे कि OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए, लेकिन उनकी मांग को ठुकरा दिया गया। क्योंकि शायद उस समय उनकी (कांग्रेस) राजनीति को ये शूट नहीं करता होगा। हमारी सरकार ने SC-ST एक्ट को मजबूत बनाकर दलित और आदिवासी समाज के सम्मान और सुरक्षा के संबंध में अपनी प्रतिबद्धता भी दिखाई और उसको बढ़ाया भी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर से नफरत करती थी- इस बात को साबित करने के लिए कई दस्तावेज मौजूद हैं। कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को दो बार चुनाव हराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कभी भी उन्हें भारत रत्न देने पर विचार नहीं किया। इस देश के लोगों ने बाबा साहेब के देश के लिए योगदान का सम्मान किया है और आज कांग्रेस को नाखुश होकर ‘जय भीम’ कहने पर मजबूर होना पड़ रहा है।