WhatsApp Icon Join Youtube Channel
WhatsApp Icon Join Youtube Channel
कटनीजबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

जनप्रतिनिधियों के प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखे रहे जिला प्रशासन के अधिकारी : जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक में सदस्यों ने जताई नाराजगी 

 

कटनी, यशभारत। जनता का मत पाकर चुनाव जीतकर आने वाले जनप्रतिनिधियों के प्रोटोकॉल का जिले में ध्यान नहीं रखा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम में उन्हें तवज्जो नहीं दी जा रही है। अधिकारी मनमर्जी पर उतारू हैं। यह पीड़ा जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक में सदस्यों ने व्यक्त करते हुए अफसरों के रवैये और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। ढीमरखेड़ा क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य कविता राय ने बैठक में इस बात को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि जब जनप्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार हो रहा है तो फिर आम जनता के साथ किस तरह का व्यवहार होता होगा, यह आसानी से समझा जा सकता है।

 

कविता राय ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शिशिर गेमावत से कहा कि हम चुनाव जीतकर आते हैं और जनता की तकलीफों व समस्याओं का निराकरण करना हमारा दायित्व है, लेकिन जब अफसर ही ऐसा करेंगे, तो फिर कैसे चलेगा।

जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मेहरा की अध्यक्षता, उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा तथा जिला पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत सहित अन्य विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में संपन्न हुई। बैठक में जिला पंचायत सदस्य कविता राय ने ढीमरखेड़ा क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल वीरासन माता मंदिर में पिछले एक साल से कराए जा रहे निर्माण कार्यों में अनियमितताओं का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यहां गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है। जो डिजाइन बनाई गई थी, उसके अनुरूप काम नहीं हुआ। मई 2023 में लिखित शिकायत देने के बाद भी प्रशासन ने इस पर संज्ञान नहीं लिया।

 

यदि शिकायतों की जांच नहीं होगी और दोषियों पर कार्यवाही नहीं होगी तो ऐसे लोगों के हौंसले बुलंद होंगे और उन्हें बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बैठक में सीईओ शिशिर गेमावत से इस मुद्दे पर जबाव मांगा। सीईओ ने सम्बंधित अधिकारी से जवाब देने के लिए कहा तो वो बगले झांकने लगे। संबंधित विभाग के अधिकारी ने जबाव दिया कि शिकायत की जांच कराई गई थी और सब कुछ सही पाया गया था। समिति के निर्देश पर डिजाइन बदली गई, जहां तक निर्माण सामग्री का सवाल है तो उसमें कुछ पेंच है। अधिकारी के जबाव पर सीईओ संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने 7 दिन के भीतर जांच कराकर रिपोर्ट देने के लिए कहा।

सीईओ ने जिपं सदस्य से पूछा : इशू किस बात का

बैठक के दौरान सीईओ शिशिर गेमावत ने जिला पंचायत सदस्य कविता राय से पूछा कि इस मामले में इशू किस बात का है, जिसके जबाव में जिला पंचायत सदस्य कविता राय का कहना था कि इशू कुछ नहीं है। जनता के मेहनत की कमाई टेक्स के रूप में लेकर जब कोई निर्माण कार्य कराया जाता है तो उसकी गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए, जिससे शासन-प्रशासन की मंशा को पलीता न लगे, लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है। एक साल पहले दी गई शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।

डीएमएफ की राशि शहर में खर्च हो रही

जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ने जिला खनिज मद (डीएमएफ) की राशि को शहर में खर्च किए जाने को लेकर सवाल खड़े किए। उनका कहना था कि जिला खनिज मद की राशि से ग्रामीण क्षेत्रों में काम होने चाहिए, लेकिन प्रशासन द्वारा डीएमएफ की राशि शहर में खर्च की जा रही है, जबकि शहर में विकास और निर्माण कार्यों के लिए सांसद निधि, विधायक निधि, राज्य सरकार की तमाम योजनाएं, नगर निगम के साथ ही अन्य संस्थाएं हैं। डीएमएफ की राशि शहर में खर्च होने से ग्रामीण क्षेत्रों का विकासा अवरूद्ध हो रहा है।

मत्स्य विभाग के अधिकारी पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने लगाए गंभीर आरोप

जिले के मत्स्य विभाग के अधिकारियों पर सामान्य सभा की बैठक में गंभीर आरोप लगा है। जिला पंचायत अध्यक्ष सुनीता मेहरा ने कहा कि मत्स्य विभाग के अधिकारी मनमानी पर उतारू हैं। समितियों को जलाशयों में मछली पालन का पट्टा दिए जाने के लिए रूपयों की मांग जाती है। एक मामले में मैने स्वयं 21 लोगों की समिति बनाकर पट्टा देने के लिए कहा था तो मुझसे भी रूपए देने के लिए कहा गया। जिला पंचायत अध्यक्ष के इस आरोप के बाद बैठक में सनाका खिंच गया। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों से इस तरह का बर्ताव ठीक नहीं है। इससे पंचायतीराज की मंशा को पलीता लग रहा है।

डीईओ की जमकर खिंचाई

सामान्य सभा की बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह की सदस्यों ने जमकर खिंचाई की। डीईओ द्वारा छात्रवृत्ति, लेपटॉप वितरण योजना, स्कूटी योजना एवं नि:शुल्क गणवेश वितरण योजना की जानकारी प्रस्तुत की। जिस पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा सहित अन्य सदस्यों ने कहा कि जो जानकारी प्रस्तुत की गई है, वह अधूरी है। इन योजनाओं में किन पात्र हितग्राहियों को लाभांवित किया गया है, उनके नामों की सूची कहां है। इस पर डीईओ कोई जबाव नहीं दे पाए। आधी अधूरी जानकारी लेकर आने पर सदस्यों ने गहरी नाराजगी व्यक्त की।

समूहों को खरीदकर दे दी यूनीफार्म

राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं कि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले छात्रों को स्व सहायता समूहों द्वारा यूनीफार्म खरीदकर दी जाए लेकिन कटनी जिले में शासन की इस मंशा को पलीता लगा दिया गया। जिपं सदस्यों ने कहा कि जिले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने यूनीफार्म खरीदकर स्व सहायता समूहों को दे दी और खरीदी में जमकर कमीशनखोरी की। इसके अलावा ड्रेस की गुणवत्ता भी सही नहीं थी। सीईओ ने यूनीफार्म की गुणवत्ता की जांच के निर्देश दिए।

ढीमरखेड़ा के स्कूलों में एक भृत्य नहीं, शिक्षक इंजीनियर का कर रहे काम

बैठक में इस बात को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की गई कि ढीमरखेड़ा तहसील के किसी भी स्कूल में भृत्य नहीं है .शिक्षक इंजीनियर बनकर निर्माण कार्यों की जांच कर रहे हैं। संबंधित विभाग के अधिकारी सदस्यों की इस बात का जबाव नहीं दे पाए। जिला पंचायत सदस्य प्रेमलाल केवट ने अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर रिश्तदारों को रख लिया गया है।

इनकी रही उपस्थिति

बैठक में जिला पंचायत सदस्य अजय कुमार गोटिया, प्रदीप त्रिपाठी, प्रेमलाल केवट, रघुराज सिंह, सोनू पप्पू मिश्रा, श्रीमती कविता पंकज राय, श्रीमती रीना राकेश लोधी, सुश्री प्रिया सिंह और श्रीमती माला मौसी, जनपद पंचायत के अध्यक्ष आदि और जिला पंचायत के विभिन्न योजनाओं के योजना प्रभारी अधिकारियों और विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी रही।

सीएमएचओ डॉ. अठया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित

जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में लगातार अनुपस्थित रहने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर के अठ्या के विरूद्ध निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ने कहा कि इतने महत्वपूर्ण सदन और बैठक से सीएमएचओ लगातार गायब रहते हैं। ऐसे अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जानी चाहिए।

Related Articles

Back to top button
Notifications Powered By Aplu