निर्दयी मां-बाप: 3 साल की बच्ची को रोते-बिलखते विक्टोरिया में छोड़ गए
पानी में भीगीं बच्ची को दोपहर तक नहीं मिला सहारा
जबलपुर, यशभारत। कहते हैं एक बच्चे की परवरिश की जिम्मेदारी मां-बाप पर होती है, बच्चे के लिए माता-पिता ही सब कुछ होते हैं परंतु जिला अस्पताल विक्टोरिया में यह बातें उस वक्त खोखली साबित हुई जब 3 साल की बच्ची रोती-बिलखती लोगों को नजर आई। पानी में भीगीं रो रही है बच्ची के परिजनों की खोजबीन के लिए अस्पताल के कर्मचारी सहित अन्य लोगों ने प्रयास किया परंतु घंटों चली खोजबीन के बाद भी बच्ची के माता-पिता का पता नहीं चला।
गरीब नवाज कमेटी ने दिया सहारा
रो रही बच्ची के माता-पिता जब अस्पताल के कर्मचारियों को नहीं मिले तो उन्होंने इसकी सूचना गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली को दी। इनायत अपने साथी मो. शरीफ, मो. मुजम्मिल, मो. तारिक के साथ विक्टोरिया अस्पताल पहुंचे और बच्ची का प्राथमिक उपचार कराया। इनायत और उसके साथियों ने भी बच्ची के माता-पिता को शहर के क्षेत्रों में खोजा लेकिन मासूम के माता-पिता का कहीं पता नहीं चला। गरीब नवाज कमेटी ने इस संबंध में ओमती थाने में इसकी जानकारी दी।
मासूम के आंखों में कम दिख रहा है
बताया जा रहा है कि मासूम के आंखों में बहुत कम दिख रहा है, संभवत: यही कारण है कि उसके माता-पिता उसे छोड़कर चले गए। इनायत अली ने बताया कि बच्ची पूरी तरह से पानी में भीग रही थी उसके पास से थैला मिला है जिसमें उसके कपड़े थे।