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जबलपुर नगर निगम में कांग्रेस पार्षद दल का धरना प्रदर्शन

विकास कार्यों में देरी और बजट राशि पर उठाए सवाल

जबलपुर नगर निगम में कांग्रेस पार्षद दल का धरना प्रदर्शन

विकास कार्यों में देरी और बजट राशि पर उठाए सवाल

जबलपुर, यश भारत। जबलपुर के नगर निगम में कांग्रेस पार्षद दल ने सोमवार को जोरदार धरना प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि नगर निगम में 2024-25 के बजट में पार्षद मत के तहत स्वीकृत 90 लाख रुपये के विकास कार्यों में भारी देरी हो रही है। कांग्रेस पार्षद दल ने कहा कि अब तक केवल 30 लाख रुपये के कार्य ही पूरे हुए हैं, जबकि 60 लाख रुपये की राशि का कोई अता-पता नहीं है। धरने में शामिल कांग्रेस पार्षदों ने नगर निगम प्रशासन और महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू भइया पर झूठे वादे करने और विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि नगर निगम में निर्माण कार्यों के नाम पर बिल के माध्यम से मोटा कमीशन लिया जा रहा है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं दिख रहा।

पार्षद दल की प्रमुख मांगें

2024-25 के बजट में स्वीकृत 90 लाख रुपये की राशि को जल्द से जल्द जारी किया जाए। बची हुई 60 लाख रुपये की राशि के उपयोग के लिए सभी वार्डों में निर्माण कार्यों का निर्देश जारी हो। नगर निगम में भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए और विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। कांग्रेस पार्षदों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो उनका धरना अनशन में बदल जाएगा।

महापौर ने किया पलटवार

धरने पर प्रतिक्रिया देते हुए महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू भइया ने कांग्रेस पार्षद दल पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, धरने में केवल 11 पार्षद शामिल हुए, जबकि कांग्रेस के पास बड़ी संख्या में पार्षद हैं। 90 लाख रुपये के कार्यों पर चरणबद्ध तरीके से काम हो रहा है। जनवरी में 30 लाख, मार्च में 30 लाख और बाकी राशि का उपयोग समय पर किया जाएगा। महापौर ने यह भी कहा कि जबलपुर नगर निगम की आर्थिक स्थिति पूरे मध्य प्रदेश में सबसे अच्छी है। उन्होंने बताया कि 45 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है और निगम प्रशासन अपने विकास कार्यों के प्रति प्रतिबद्ध है।

क्या रहा महापौर का आरोप

महापौर ने कांग्रेस पार्षद दल पर ठेकेदारों के हित में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा, यह धरना विकास कार्यों के लिए नहीं, बल्कि ठेकेदारों के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस को शहर के विकास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए, न कि ठेकेदारों के हित में प्रदर्शन करना चाहिए। धरने पर बैठे पार्षदों का कहना है कि 79 वार्डों के विकास कार्यों में देरी से जनता परेशान है। सत्ता पक्ष के पार्षद चुप हैं, लेकिन विपक्ष के पार्षद जनता की समस्याओं को लेकर सड़कों पर हैं।

कांग्रेस पार्षद दल की क्या है आगे की रणनीति

कांग्रेस पार्षद दल ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर नगर निगम ने जल्द ही उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की, तो वे अनशन करेंगे और विरोध को और उग्र बनाएंगे।
जबलपुर नगर निगम में विकास कार्यों को लेकर चल रही खींचतान ने राजनीति को और गरमा दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन और विपक्ष इस मुद्दे का हल कैसे निकालते हैं।

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