
चमोली, एजेंसी। इस बार का मानसून देवभूमि उत्तराखंड के लिए बेहद दर्दनाक साबित हो रहा है। धीरे-धीरे सितंबर का महीना बीतने वाला है, लेकिन मानसूनी आफत अभी खत्म नहीं हुई है। दो दिन पहले देहरादून के सशहस्त्रधारा में बादल फटे, इसके बाद गुरुवार अलसुबह की चमोली में बादल फटने की घटना सामने आई है। अभी तक 10 लोग लापता बताए जा रहे हैं। बादल फटने के बा चमोली और नंदानगर में भीषण बरसात शुरू हो गई है। मलबा आने से कई घर तबाह हो गए हैं। प्रशासन में राहत और बचाव दल को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया है। अभी तक 6 घर तबाह हो गए हैं। वहीं 10 लोगों के लापता होने की खबर है। हाल ही में देहरादून के सहशस्त्र धारा में बादल फटने की घटना हुई थी। बताया जा रहा है कि कुंतरी और धुर्मा गांव में बादल फटे हैं।
भारी बारिश का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। देहरादून, ऋषिकेश, पोढ़ी गढ़वाल, उत्तरकाशी, हरिद्वार समेत कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी हुई है। प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। संवेदनशील इलाकों पर नजर रखी जा रही है। नदी के किनारे बसे लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की जा रही है।
2 लोगों को किया रेस्क्यू
सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए घटना स्थल पर पहुंच गए। अभी तक 2 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। अधिकारियों ने बताया कि कई जानवर भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। । मौके पर मेडिकल टीमें और तीन एम्बुलेंस भेजी गई हैं।
क्या बोले डीएम ?
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि चमोली जिले के नंदानगर घाट क्षेत्र में बुधवार रात बादल फटने से नुकसान हुआ। नंदानगर के कुंत्री लंगाफली वार्ड में छह घर मलबे में दब गए। जिलाधिकारी ने कहा कि 2 को बचा लिया गया है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
रेस्क्यू में जुटी टीमें
इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन में लग गई है.प्रशासन की कई टीमें भी घटना स्थल पर पहुंच चुकी है. नंदानगर के कुंतरी और लंगाफली को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. घटना के बाद बद्रीनाथ हाइवे को बंद कर दिया गया है।







