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भोपाल में जीआईएस में आकर्षण का केंद्र, मुख्यमंत्री खुद को नहीं रोक पाये वाहन में बैठने से

भोपाल में जबलपुर का जलवा विदेशी निवेशक व्हीएफजे के एमपीवी से प्रभावित

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भोपाल में जीआईएस में आकर्षण का केंद्र, मुख्यमंत्री खुद को नहीं रोक पाये वाहन में बैठने से

भोपाल में जबलपुर का जलवा विदेशी निवेशक व्हीएफजे के एमपीवी से प्रभावित

जबलपुर यशभारत। शहर की आयुध निर्माणी व्हीकल फैक्टरी में बनी6&6बनी माइन प्रोटेक्टिव व्हीकल आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।इसे विदेश के सेना के प्रतिनिधियों के साथ राज्य के अर्धसैनिक बलों के अधिकारी कौतूहल पूर्ण दृष्टि और संभावनाओं के साथ अपनी जरूरत के हिसाब से अवलोकन कर रहे हैं।
आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाते हुए व्हीएफजे ने अपने छह दशक के अनुभव से ऐसा वाहन तैयार किया है किनिवेशकों के साथ इसे अपने बेड़े में शामिल करने के लिए अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों, विदेशी सैन्य अधिकारियों का आकर्षण का केंद्र बना है।इतना ही नहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी इसको देखने से अपने आपको नहीं रोक पाये।जब उन्होंने एमपीवी वाहनों की विशेषताओं को जाना तो उन्हें गर्व के साथ प्रदेश में निवेश की संभावनाएं नजर आई।
भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों को अपने दुश्मनों के इरादों को नेस्तनाबूद करने के लिए सबसे उपयुक्त इस वाहन में अनेक विशेषताएं स्वाभाविक रूप से सबको आकर्षित कर रहा है।6&6 वाहन का मतलब है इसके सभी छह पहिए इंजन से चलते हैं।जिससे यह वाहन दलदल के साथ पथरीले ऊंचे पहाड़ों पर तेजी से चढ़ जाते हैं।करीब एक इंच मोटी आर्मर्ड शीट पर गोलियों का असर ही नहीं होता है इसका हल बिना जोड़ के इस प्रकार ढाला गया है कि जमीन के नीचे फटने वाली बारूदी सुरंग से वाहन पूरी तरह सुरक्षित रहता है।ड्राइवर के अतिरिक्त इसमें बैठे 10 जवान दुश्मनों पर धुंआधार गोली बरसा सकते हैं।पूरी तरह वातानुकूलित वाहन में बाहर के कोई भी मौसम का असर नहीं होता है।टायर भी इस प्रकार के हैं कि यदि उन पर दुश्मन गोली दागता है तो जवान 40 किलोमीटर दूर तक सुरक्षित अपने स्थान पर जा सकते हैं।वाहन इतना मजबूत है कि 10किलो टीएनटी बारूद में भी पूरी तरह महफूज रहता है।सैनिकों के लिए वाहन के अंदर ही खाना और पानी भी रखा जा सकता है।जिससे जवान बिना भूख प्यास की चिंता से दुश्मनों से मुकाबला कर सकते हैं।इसके साथ ही बारूदी सुरंगों के धमाका होने पर उन्हें तनिक भी जर्क का अहसास नहीं हो सकता है। व्हीएफजे का यह वाहन जहां भारत के आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम का प्रतीक है, वहीं निवेशकों के लिए यह सुनहरा अवसर प्रदान करने का अवसर प्रदान कर रहा है।क्योंकि इसमें लगने वाले पुर्जे और सामान जहां विदेशों और दूर दराज से मगाना पड़ता है। जिससे समय और पैसा अधिक लगता है।लेकिन निवेशक यदि यहीं सामान उपलब्ध कराते हैं तो समय और पैसे की बचत के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।…..दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में सेना के लिए वरदान है व्हीएफजे की 6&6 एमपीवी

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