पेंच नेशनल पार्क में हाथियों के लिए शुरू हुआ CAMP : 14 अगस्त तक हाथियों की ऐसे होगी खातिरदारी…
सिवनी यश भारत | जिले के पेंच नेशनल पार्क की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने वाले हाथियों के लिए पुनयौवनीकरण (रेजुविनेशन) कैंप शुरू किया गया है। और 14 अगस्त तक यहां मौजूद 10 हाथियों की विशेष खातिरदारी प्रबंधन द्वारा की जाएगी। पेंच के क्षेत्र संचालक देवाप्रसाद ने अधिकारियों- कर्मचारियों की मौजूदगी में हाथी पुनयौवनीकरण कैंप को प्रारंभ किया।
पेंच राष्ट्रीय उद्यान के उपसंचालक रजनीश सिंह ने बताया कि पेंच पार्क में 10 विभागीय हाथी कार्यरत हैं। इसमें 7 नर (जंगबहादुर, गणेश, जनरल करियप्पा, जनरल थिमैय्या, बाली, लव व मारुति) तथा 3 मादा (सरस्वती, शेरोन व दामिनी) हाथी है। जंगल में विशेष गश्ती, बाघों की निगरानी, वन्यप्राणी अनुश्रवण, वन्यप्राणी ट्रांसलोकेशन तथा विशेषकर मानसून गश्ती में इन हाथियों का सहयोग लिया जाता है।
हाथियों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिये कैंप:-
हाथी सामाजिक प्राणी है, और वर्षभर विभिन्न विभागीय कार्यों के कारण कई बार उन्हें अलग-अलग रहना पड़ता है। पुनर्योवनीकरण (रेजुविनेशन) कैंप का आयोजन कर उन्हें एक साथ रहने तथा अपने सामाजिक संबंधों को मजबूत करने का मौका देते हैं। हाथियों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह कैंप अत्यंत आवश्यक होता है।
हथियो का किया स्वास्थ्य परीक्षण:-
पेंच टाइगर रिजर्व के वन्यप्राणी चिकित्सक डा. अखिलेश मिश्रा ने सभी हाथियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। तथा हाथियों के महावत’ व चाराकटरों को उनके स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियां पर दिशा निर्देश दिए।
कैंप के प्रथम दिन हाथियों को नहलाकर चाराकटर अपने साथ कैंप स्थल लेकर पहुंचे। यहां हाथियों के पैर में नीम तेल तथा सिर में अरंडी तेल से मालिश की गई। इसके बाद मौसमी फल् नारियल,केला, गन्ना, मक्का के पौधे-फल सहित सेब, पपीता तथा गुड़, रोटी इत्यादि का भरपेट भोजन हाथियों को कराया गया। सभी महावत व चाराकटर का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। साथ ही हाथियों के रक्त के नमूने जांच हेतु एकत्रित कर उसकी जांच कराई जाएगी। हाथियों के नाखूनों की ट्रिमिंग के साथ हाथी दांत की आवश्यतानुसार कटाई की जाएगी। हाथियों को कृमि नाशक, विटामिन, लीवर टानिक व अन्य दवा आवश्यकतानुसार खिलाई जाती है।