सावधान… इंटरसेप्टर वाहन से जरा बचकर रहना….
दुर्घटना संभावित क्षेत्रों और बायपास में तैनात किया गया इंटरसेप्टर वाहन

जबलपुर, विवेक दुबे, यशभारत। हाईवे में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लाने के लिए यातायात पुलिस अब इंटरसेप्टर वाहन की मदद लेगी। अधिकतर देखा जाता है कि ओवर स्पीड वाहनों के सड़क पर फर्राटे भरने से आए-दिन सड़क दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं। हाईवे में तेज रफ्तार से वाहनों को दौड़ाने वालों को पहले कोई यातायात पुलिस की कार्यवाही का भय नही रहता था लेकिन अब उन्हें यातायात पुलिस से सतर्क रहकर सड़क पर वाहन चलाना होगा। क्योंकि हाईवे और बायपास के दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में अब यातायात पुलिस द्वारा इंटरसेप्टर वाहनों को तैनात किया गया है।जो ओवर स्पीड वाहनों को अपने कैमरे में कैद करेगी।
यातायात टीआई सोमा मालिक ने बताया कि अभी एक इंटरसेप्टर वाहन की मदद से सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों की ओवर स्पीड गति को रिकॉर्ड किया जाएगा और जो भी वाहन ओवर स्पीड पर नियम के खिलाफ वाहन चलााते हुए इंटरसेप्टर वाहन की वीडियो रिकॉर्डिंग में कैद होगा उसके खिलाफ चालानी कार्यवाही की जाएगी। मतलब साफ है अब यातायात पुलिस हाईवे में ओवर स्पीड वाहनों को दौड़ाने वालों की पहचान कर उनका रिकॉर्ड तैयार करेगी। प्रतिदिन यातायात पुलिस द्वारा इंटरसेप्टर वाहन की मदद से दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में इंटरसेप्टर वाहन से नजर रखी जाएगी। इस दौरान यातायात पुलिस का अमला कार चालकों को रोककर समझाईश भी दे रही है कि वे ओवर स्पीड वाहन न चलाएं और सुरक्षा बतौर सीट बैल्ट लगाकर वाहन चलाएं।
शहरी क्षेत्र के ये इलाकें रहेंगे रडार पर
यातायात टीआई सोमा मालिक ने बताया कि गढ़ा, मालवीय चौक और घमापुर यातायात पुलिस थाना क्षेत्रों में भी ऐसी सड़कों पर इंटरसेप्टर वाहन को खड़ा करके ओवर स्पीड वाहनों को चिहिनित् किया जा रहा है जहां बाइक सवार और कार चालक तेजी से अपने-अपने वाहनों को सड़क पर दौड़ाते हैं। शहरीय क्षेत्र में लिंक रोड, सिविल लाइन चौक, एयरपोर्ट मार्ग, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के पास यातायात पुलिस द्वारा चैकिंग अभियान चलाया जाएगा।
इन क्षेत्रों में रखी जाएगी नजर
जानकारी के अनुसार अंधमूक बायपास, पाटन बायपास, कटंगी बायपास, महाराजपुर बायपास के पास इंटरसेप्टर वाहन की मदद से चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। यातायात टीआई सोमा मालिक ने बताया कि अक्सर देखा जाता है कि बायपास के पास क्रॉसिंग वाली सड़क पर वाहन चालक रूकते नहीं हैं और तेज स्पीड से वाहन चलाकर भाग निकलते हैं। इन्हीें वाहन चालकों पर लगाम और सड़क हादसों में ओवर स्पीड के कारण बढ़ रहे दुर्घटनाओं को रोकने यातायात पुलिस द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं।
ये है खासियत इंटरसेप्टर वाहन की
जानकारी के अनुसार इस इंटरसेप्टर वाहन में स्पीड रडार गन, ध्वनि प्रदूषण मापक यंत्र, काली फिल्म रीडर मीटर (टीन्ट मीटर) , जी.पी.एस.और ब्रीथ एनालाईजर, लगा हुआ है। इन उपकरणों की मदद से इंटरसेप्टर वाहन तेज गति से चलने वाले ओवर स्पीड वाहनों, बिना सीट बेल्ट, बिना हेलमेट, ट्रिपलिंग सवारी पर नजर रख सकता हैं।
कोर्ट में वैज्ञानिक साक्ष्य के रूप में किया जा सकता है पेश
इंटरसेप्टर वाहन की मदद से ऐसे वाहनों की नंबर प्लेट को पढ़कर पहचान कर सकती है जो नियम विरूद्ध तरीके से सड़कों पर फर्राटे भरते हैं। इस वाहन की मदद से ऐसे वाहनों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी होगी। वाहन में उपलब्ध प्रिंटर द्वारा वाहन से संबंधित स्पीड, नंबर प्लेट, वाहन की तस्वीर एवं उसकी सारी जानकारी को प्रिंट कर सकता है, जिसे आवश्यक होने पर जुर्माने हेतु कोर्ट में भी वैज्ञानिक साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।