अखाड़ों ने किया शाही स्नान, हादसे पर आस्था भारी : संगम तट के पास हुआ दर्दनाक हादसा, कई हताहत
भगदड़ के बाद स्थिति काबू में, मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन कर रहे लोग

प्रयागराज से आकाश पांडे की विशेष रिपोर्ट
प्रयागराज यशभारत
प्रयागराज महाकुंभ में दरमियानी रात संगम नोज पर अफवाह के बाद मची भगदड़ में कईश्रद्धालु हताहत हुए हैं। अब तक 17 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि मरने वालों की संख्या कहीं अधिक बताई जा रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु घायल हुए हैं। कई लोग दबे हैं। हादसे के बाद राज्य शासन ने तत्काल सेना और पुलिस की मदद से हालात को काबू किया और लोगों से अपील की वह अफवाहों पर ध्यान न दें। समाचार लिखे जाने तक स्थिति पूरी तरह सामान्य हो गई है और अखाड़ों का शाही स्नान शुरू हो चुका है। श्रद्धालु भी जिसे जहां जगह मिल रही है वहां वह आस्था की डुबकी लगा रहा है। सेना और सुरक्षाबल व पुलिस के जवान स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं। लोगों से धैर्य रखने की अपील की जा रही है। जिस कारण लोग अब धीरे धीरे तटों पर बढ़ रहे हैं। हेलिकाप्टर से निगरानी की जा रही है। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निगरानी रख रहे हैं। हादसे पर आस्था भारी पड़ रही है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ हुई इसमें 17 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। 50 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली। अब अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं। महाकुंभ में मौनी अमावस्या के लिए मंगलवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा हुआ था। दोपहर में बेकाबू भीड़ ने कई स्थानों की बैरिकेडिंग भी तोड़ी। रात में स्नान शुरू होने के बाद संगम में भीड़ अधिक बढ़ गई। संगम तट और उसके आसपास लाखों श्रद्धालु जमा हो गए। अखाड़ों के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग भी कुछ स्नानार्थियों ने तोडऩे का प्रयास किया। जिसको जहां से जगह मिलती उधर ही चला जाता। आधी रात के बाद स्नानार्थियों की भीड़ संगम तट के करीब ठहर गई, जिससे स्थिति बिगडऩे लगी। रात करीब दो बजे स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो भगदड़ मच गई। इधर-उधर भागती भीड़ में जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका। जिसने भागने का प्रयास किया वह भी दब गया।
मेला कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम को यह सूचना मिली तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन पैरामिलिट्री फोर्स, एबुंलेंस को अलग-अलग स्थान से संगम की ओर रवाना किया गया। इसके बाद एंबुलेंस में तमाम श्रद्धालुओं को भरकर लाया गया। केंद्रीय अस्पताल में कई लोगों को जमीन पर लिटाया गया था, जिनके बारे में एक अस्पताल कर्मी ने कहा कि उनकी मौत हो गई है। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। हादसे को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि यह घटना दुखद है। जो कुछ हुआ वह ठीक नहीं हुआ।
पीएम मोदी ने चार बार की सीएम योगी से बात, हरसंभव मदद के निर्देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार महाकुंभ की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने अब तक चार बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है। उन्होंने स्थिति सामान्य करने और राहत कार्य के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं। मामले में सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज में आज करीब 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। संगम नोज की ओर श्रद्धालुओं के आने से लगातार दबाव बना हुआ है। अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेडिंग लांघने की कोशिश में कुछ श्रद्धालुओं को गंभीर चोटें आई हैं। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौनी अमावस्या का महूर्त कल रात से शुरू हुआ है, तब से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। योगी ने कहा, प्रधानमंत्री अब तक चार बार स्थिति का जायजा ले चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी लगातार स्थिति की रिपोर्ट ले रहे हैं। प्रयागराज में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन भीड़ अभी भी काफी है। विभिन्न अखाड़ों के संतों ने विनम्रतापूर्वक कहा है कि श्रद्धालु पहले पवित्र स्नान करें और भीड़ कम होने पर अखाड़े पवित्र स्नान के लिए आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि संगम नोज, नाग वासुकी मार्ग और संगम मार्ग पर काफी भीड़ है। मेरी श्रद्धालुओं से अपील है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। पूरे कुंभ क्षेत्र में घाट बनाए गए हैं, श्रद्धालुओं को सिर्फ संगम नोज की ओर जाने की जरूरत नहीं है। श्रद्धालुओं को अपने नजदीकी घाटों पर पवित्र स्नान करना चाहिए। हम घायल व्यक्तियों का उचित उपचार सुनिश्चित कर रहे हैं।

स्नान शांतिपूर्वक चल रहा
उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ को लेकर जानकारी साझा की है। यूपी सरकार ने कहा है कि संगम के सभी घाटों पर स्नान शांतिपूर्वक चल रहा है।

जनता के लिए नया रास्ता खोला गया
अखाड़ों और नागा साधुओं के लिए जो रास्ता बंद रहता था अब पब्लिक के लिए वो रास्ता खोल दिया है ताकि भीड़ कम हो लोग जल्दी स्नान करें।
अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में भगदड़ की खबर के बाद सेक्टर 2 में कुंभ क्षेत्र में स्थापित अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ एकत्रित हुई।
बॉर्डर इलाकों में अधिकारी सक्रिय
प्रयागराज के बॉर्डर के इलाकों में अधिकारियों को सक्रिय कर दिया गया है। 10 से ज्यादा डीएम भीड़ को मैनेज करने में जुटे हैं।
संतों ने त्रिवेणी संगम में किया पावन स्नान
मौनी अमावस्या के अवसर पर सांसद हेमा मालिनी, जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज और योग गुरु बाबा रामदेव ने अन्य संतों के साथ त्रिवेणी संगम में पावन स्नान किया।
घायलों का चल रहा इलाज
घायलों का इलाज मेला परिसर में बने केंद्रीय अस्पताल में चल रहा है। कुछ घायलों को प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल में भेजा गया है। प्रशासन के मुताबिक अब स्थिति काबू में है और श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वो अफवाहों पर ध्यान ना दें।
संतों की अपील जहां जगह मिले, वहीं स्नान करें
संतों ने कहा कि जिसे जहां जगह मिले वहां स्नान करें। आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा- मौनी अमावस्या का स्नान चल रहा है। आज मैं संगम घाट पर नहीं गया, क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा है। पूरी गंगा और यमुना की धारा में अमृत बह रहा है। अगर आप कहीं भी गंगा या यमुना में स्नान करेंगे तो अमृत आपको प्राप्त होगा। ये आवश्यक नहीं है कि संगम में ही आपको डुबकी लगानी है।