किसानों को मिलेगी राहत : जिले में आया 2632 टन यूरिया

नरसिंहपुर यशभारत। कालाबाजारियों के हाथों लूट चुके किसानों के लिए लंबे इंतजार के बाद राहत भरी खबर है। जिला मुख्यालय पर कल यूरिया का रैक लगा जिसमे करीब 2632 टन यूरिया आया है जिसे विभिन्न स्थानों से किसानों हेतु विक्रय किया जाएगा। हालांकि जिस समय अन्नदाता को यूरिया की सर्वाधिक आवश्यकता थी उस समय जिले में यूरिया नही था। कृषि विभाग की माने तो यह पूरा यूरिया प्रशासन की देखरेख में वितरित किया जायेगा।
अन्नदाताओं को इन दिनों यूरिया की बहुत अधिक जरूरत है। लेकिन विपणन के गोदामों में यूरिया नहीं मिल रहा था समितियों में भी उपलब्ध नही था, जिसका फायदा उठाकर निजी विक्रेता यूरिया के मनमाने दाम वसूल कर रहे हैं। जिले में इस बार खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए विभाग की कार्रवाई सुस्त रही है। जिससे किसानों को न केवल समय पर खाद मिलने में मुसीबत बनी है बल्कि निजी विक्रेताओं से खाद की खरीदी करने पर मनमाने दाम भी चुकाने पड़ रहे थे परंतु अब यूरिया आ जाने से उन्हें राहत मिलेगी। जिला विपणन अधिकारी मनीष चौरसिया ने बताय कि जो रैक लगी है उससे गोदामों और समितियों में भंडारण कराया जा रहा है। जिससे किसानों को जरूरत के अनुसार पर्याप्त यूरिया मिल सके।
जिले भर में यूरिया की कमी से किसान जूझ रहे हैं। नरसिंहपुर मंडी परिसर में बने विपणन के गोदाम में बीते दिनों से स्थिति काफी खराब बनी हुई है। यहां यूरिया के लिए किसानों को लंबी लाइन लगाने के साथ ही विवादों से भी जूझने की नौबत सामने आ चुकी है, दो-दो बोरी यूरिया के लिए किसानों के बीच झड़प हो चुकी है जिससे पुलिस की मौजूदगी में वितरण कराया गया था।
जिले में यूरिया आने से किसानों को राहत मिलेगी और उन्हें निजी विक्रेताओं के यहां से मनमाने व ऊंचे दामों में यूरिया नही खरीदना पड़ेगा। अभी हाल ही में देखा गया था कि किसान रात्रि 4 बजे से आकर यूरिया की लाईन में लगे थे परंतु दिन भर लगे रहने के बाद भी कई किसानों को उपलब्ध नही हो पाया था, जिससे किसानों को अत्याधिक परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
सात सौ रूपये की बोरी बिकी
मक्का फसल के किसानों के साथ जमकर कालाबाजारी हुई। फसल के लिए जब यूरिया की आवश्यकता थी तब जिले में यूरिया उपलब्ध ही नही था जिन दुकानदारों के पास उपलब्ध था उन्होंने अन्नदाता को जमकर लूटा। एक बोरी के एवज में 700 रूपये तक वसूले गये।
बीच में एक-दो दिन गाडरवारा और गोटेगांव में यूरिया उपलब्ध हुआ जहां जिले भर के किसान यूरिया लेने दौड़ पड़े थे, वहां भी व्यापारियों ने किसानों को जमकर लूटा। पिपरिया यूरिया का रैक लगने से गाडरवारा के व्यापारी वहां से यूरिया लाये और जबलपुर रैक लगने से गोटेगांव के व्यापारी वहां से यूरिया लाये। उन्होंने भी अन्नदाता की परेशानी और मजबूरी का जमकर फायदा। इस संबंध में डीडीए मोरिस नाथ का कहना है कि 2632 टन यूरिया आया है जो कल से किसानों को वितरित किया जायेगा।







