सीमेंट व्यवसायी के यहां 15 से 20 डकैत घुसे, महिलाओं को बंधक बनाया, कई राउंड फायरिंग

गांव और जिलों की बात छोड़ दीजिए अब पटना में भी लोग घरों में सुरक्षित नहीं हैं. मामला राजधानी पटना से सटे फतुहा थाना क्षेत्र का है. मंगलवार (13 अगस्त) की देर रात फतुहा नगर परिषद अंतर्गत वार्ड नंबर 17 स्थित एक सीमेंट व्यवसायी सुशील सिंह के घर 15 से 20 डकैत घुस गए. उन्होंने महिलाओं को बंधक बना लिया. अलमारी खोलकर डकैती शुरू कर दी. इस दौरान घर के कुछ और लोग जग गए जिसके बाद दोनों ओर से 25 से 30 राउंड फायरिंग हो गई.
इस पूरे मामले में व्यवसायी सुशील सिंह ने कहा कि घटना लगभग 12:30 बजे रात की है. काफी संख्या में डकैती के लिए बदमाश पीछे के रास्ते से घर के अंदर घुसे. सबसे पहले उनकी मां के कमरे में गए और मां को पिस्टल के बल पर लेकर अलमारी खोला. वहां से करीब दस हजार हजार रुपये डकैतों ने ले लिए. उसी कमरे में उनकी दो भतीजी भी सो रही थीं जो यह सब देखकर डर गईं और चिल्लाने लगीं. इसके बाद हम लोगों की नींद खुली.
सुशील ने बताया कि घटना को समझने के बाद वे लोग अपनी लाइसेंसी राइफल से फायरिंग करने लगे. इसके बाद आसपास में छुपे डकैतों ने भी फायरिंग शुरू कर दी और वो लोग धीरे-धीरे निकल गए. उन्होंने बताया कि करीब 15 से 20 की संख्या में डकैत होंगे. कहा कि उनका घर गंगा के किनारा है इसलिए हो सकता है कि ये लोग नाव से आए होंगे क्योंकि आसपास से बाइक या किसी गाड़ी की आवाज नहीं आई.
पहले भी घर के पीछे से मवेशी की हो चुकी है चोरी
सुशील सिंह ने कहा कि उन्होंने करीब 20 राउंड गोली चलाई होगी. उधर से भी 10 से 15 राउंड गोली चली होगी. उन्होंने बताया कि डकैतों को शायद जानकारी थी कि हम लोग सीमेंट का व्यवसाय करते हैं. फतुहा रेलवे यार्ड से सीमेंट की डायरेक्ट डिलीवरी होती है. उन्होंने बताया कि पहले भी घर के पीछे बंधे मवेशी की चोरी हो चुकी है.
घटना की सूचना पर फतुहा थाना पुलिस और फतुहा डीएसपी-1 निखिल कुमार मौके पर पहुंचे. इस मामले में ग्रामीण एसपी रोशन कुमार ने बताया कि हम लोगों अनुसंधान में जुटे हैं. पीड़ित की ओर से ज्यादा रकम की लूट की बात नहीं कही गई है. अभी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. हम भी घटनास्थल पर पहुंचेंगे और पूरे मामले की जानकारी लेंगे. पीड़ित का घर गंगा किनारे है, इसलिए संभावना है कि बदमाश नाव से आए होंगे. व्यवसायी के भाई टाइगर सिंह ने कहा जिस ढंग से घटना हुई है इससे साफ लग रहा है कि पहले डकैतों ने रेकी की होगी. कोई लाइनर भी रहा होगा. इसके बाद घटना का अंजाम दिया गया है.