10वीं की बोर्ड परीक्षा अपने पैरों से लिखकर प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण द्रोपती को आर्टिफिशियल हाथ लगाना चुनौतीपूर्ण
मुंबई में प्रोस्थेटिक हैंड को लेकर भी किया जायेगा कंसल्ट नागपुर के विशेषज्ञ भी द्रोपती की कला देखकर दंग रह गये

मंडला, यश भारतlद्रोपती धुर्वे जो कि दोनों हाथों से जन्म से दिव्यांग है। इस वर्ष कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा अपने पैरों से लिखकर प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कर जो जौहर दिखाया है उससे वह जहां जन चर्चा में है वहीं ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन ने उसके लिए प्रोस्थेटिक हैंड लगाने सहित उसके उच्च अध्ययन की भी अभी से व्यवस्था बनाने में जुटा है। बताया गया कि द्रोपती धुर्वे की दिव्यांगता की कॉम्प्लिकेशन के चलते निःशुल्क सेवा देने वाला सबसे बड़ा नारायण सेवा संस्थान राजस्थान ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं।
वहीं कई ब्रांडेड संस्थान 4 लाख से 7 लाख में प्रोस्थेटिक हैंड लगाने को तैयार हैं। द्रोपती को प्रोस्थेटिक हैंड लगाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए गत दिवस प्रदेश अध्यक्ष डीके सिंगोर, शाला के प्राचार्य प्रदीप पटेल, विद्यालय की शिक्षिका मेडम तिग्गा और द्रोपती की मां के साथ द्रोपती को लेकर नागपुर का विजिट किया गया। इस दौरान दो प्रोस्थेटिक स्पेशलिस्ट ऑटोबॉक आर्टीफिशियल लिंब फिटिंग सेंटर, साकेत आर्थो रेहाब इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, साथ ही टावरी हैंड एंड अपर लिंब सर्जन व नागपुर के प्रसिद्ध आर्थो सर्जन आरएम चांडक से कंसल्ट किया। जिसमें निष्कर्ष निकलकर आया कि द्रोपति के बायां हाथ कंधा से ही नहीं होने के कारण वर्किंग प्रोस्थेटिक हैंड लग तो जाएगा लेकिन उसकी वर्किंग को लेकर संदेह है। इसके साथ ही उसका दायां हाथ भी जो कि काम नहीं करता है उसमें भी मूवमेंट जरूरी है और प्रोस्थेटिक हैंड को दूसरे हैंड से सपोर्ट मिलना जरुरी है। इसलिए दोनों सर्जन ने सलाह दिए है कि इसके कंधे और कलाई में सर्जरी से ज्यादा नहीं पर कुछ ठीक किया जा सकता है फिर धीरे धीरे और सुधार आ सकेगा। अभी सीधे वर्किंग हैंड न लगवाकर कॉस्मेटिक हैंड लगवाया जाए जिससे वह उसे अभ्यास में ला सके और पता भी चल सके कि वह प्रोस्थेटिक हैंड एडजेस्ट कर सकेगी या नहीं। यदि कॉस्मेटिक हैंड वो लगाए रहती है तो उसी को अपग्रेड कर मायो इलेक्ट्रिक बनाया जा सकता है।
नागपुर के विशेषज्ञ द्रोपती की कला के हुए कायल
नागपुर के विशेषज्ञों से ली गई सलाह के अनुसार द्रोपती के टैंड की सर्जरी मुंबई या पुणे के सीनियर हैंड सर्जन से सलाह के बाद ही कराई जाए। इसके लिए मुंबई में चॉम्बे हॉस्पिटल के मुकुंद थाटे का नाम सुझाया है। शीघ्र ही द्रोपती को लेकर मुंबई ले जाया जायेगा, जहां उसके प्रोस्थेटिक हैंड को लेकर भी और कंसल्ट किया जायेगा । नागपुर के विशेषज्ञ भी द्रोपती के पैर से लिखने की कला के कायल हुए कुछ ने तो कंसल्टिंग नागपुर के प्रसिद्ध ऑर्थोपेडि ने फीस भी नहीं ली।