लापरवाह अफसरों को कलेक्टर की फटकारः महिला एवं बाल विकास विभाग के दस परियोजना अधिकारियों की रोकी वेतन वृद्धि
जबलपुर,यशभारत। स्वास्थ्य तथा महिला बाल विकास अधिकारियों के साथ कलेक्टर ने समीक्षा बैठक की। इस दौरान मातृ एवं शिशु कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों की कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जानकारी ली। बैठक में जिला पंचायत की सीईओ डा. सलोनी सिडाना, जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रत्नेश कुररिया, सिविल सर्जन डा. राजकुमार चैधरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास एमएल मेहरा सहित सभी बीएमओ, सीडीपीओ भी मौजूद थे।
कलेक्टर ने बैठक में शिशु एवं बाल कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं में अच्छे परफार्मेंस के लिए स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी स्तर के अमले के बीच बेहतर समन्वय की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि न केवल कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उनके पोषण स्तर में सुधार लाने की जिम्मेदारी दोनों विभागों के मैदानी अमले को लेनी होगी बल्कि कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को शासकीय योजनाओं का फायदा देने का भी प्रयास करना होगा।
लापरवाहों की रोकी वेतनवृद्धि
कलेक्टर ने बैठक में मातृ एवं शिशु कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं तथा स्वास्थ्य कार्यक्रमों की मानीटरिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले की समय-समय पर बैठक करने पर जोर दिया। वहीं योजनाओं का लागू करने के काम में लापरवाही करने पर महिला एवं बाल विकास विभाग के दस परियोजना अधिकारियों की एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिये। वहीं बैठक में एल्गिन अस्पताल के अधीक्षक डा. आरके खरे के न आने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और उनकी वेतनवृद्धि रोकने के साथ बिना अनुमति के अवकाश पर जाने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। बैठक न करने पर चिकित्सा अधिकारी बरगी की भी एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए।