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पाकिस्तान ने युद्ध विराम सहमति का उल्लंघन किया: विदेश सचिव मिस्री ने देर रात की प्रेस ब्रीफिंग

भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है और सीमा पर घुसपैठ से निपट रही है।

नई दिल्ली में शनिवार देर रात विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक महत्वपूर्ण प्रेस ब्रीफिंग की, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए युद्ध विराम समझौते का पाकिस्तान द्वारा उल्लंघन किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि युद्ध विराम लागू होने के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तानी सेना की ओर से सीमावर्ती इलाकों में गोलीबारी और ड्रोन गतिविधि देखी गई है।

विदेश सचिव मिस्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह घुसपैठ निंदनीय है और इसके लिए पूरी तरह से पाकिस्तान जिम्मेदार है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को स्थिति की गंभीरता को समझना चाहिए और इस घुसपैठ को तत्काल रोकने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।

उन्होंने आगे बताया कि भारतीय सशस्त्र बल स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर किसी भी उल्लंघन की घटना से सख्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना पूरी तरह से जवाबी कार्रवाई कर रही है और सीमा पर हो रही इस घुसपैठ को प्रभावी ढंग से संभाल रही है।

इससे पहले दिन में, विदेश सचिव मिस्री ने मीडिया को जानकारी दी थी कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने अपने भारतीय समकक्ष से संपर्क किया था और दोनों पक्षों के बीच भारतीय समयानुसार शाम 5:00 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को रोकने पर सहमति बनी थी। उन्होंने यह भी बताया था कि दोनों देशों के डीजीएमओ 12 मई को दोपहर 12:00 बजे फिर से बातचीत करेंगे।

वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपना दृढ़ और अडिग रुख जारी रखेगा, भले ही भारत और पाकिस्तान ने गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग बना रहेगा और ऐसा करना जारी रखेगा।

शनिवार सुबह एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी विदेश सचिव मिस्री ने इस बात पर जोर दिया था कि पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ की जा रही कार्रवाई संघर्ष बढ़ाने वाली और उकसाने वाली प्रकृति की है और भारत इसका प्रभावी ढंग से जवाब दे रहा है।

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